भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक लगातार दूसरे कारोबारी दिन तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 5600 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे चला गया। निफ्टी 23 नवंबर 2012 के बाद पहली बार इस स्तर के नीचे फिसला। तकनीकी रूप से बाजार की इस गिरावट की वजह निफ्टी के 200 दिनों के मूविंग एवरेज 5632 के नीचे जाने को माना जा रहा है।
सेंसेक्स 292 अंक यानी 1.55% की गिरावट के साथ 18,510 पर बंद हुआ। निफ्टी 98 अंक यानी 1.73% की कमजोरी के साथ 5575 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.90% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.84% और बीएसई स्मॉलकैप में 2.08% की गिरावट रही। आज के कारोबार में रियल्टी और आईटी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में बाजार की गिरावट बढ़ गयी। हालाँकि फिर बाजार में लाल निशान पर एक सीमित दायरे कारोबार होता रहा। दोपहर के कारोबार में गिरावट और बढ़ गयी। निफ्टी 5600 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया। यूरोपीय बाजारों की मिली-जुली शुरुआत की खबर से भी बाजार को सहारा नहीं मिला। कारोबार के अंतिम घंटे में बाजार पर बिकवाली का दबाव और बढ़ गया। इस दौरान सेंसेक्स 18,474 और निफ्टी 5566 तक फिसल गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार निचले स्तरों से कुछ सँभल कर बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 3.39% का घाटा हुआ। आईटी में 2.45%, टीईसीके में 2.44%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 2.05%, बैंकिंग में 1.89%, धातु में 1.79%, पावर में 1.75%, कैपिटल गुड्स में 1.63%, एफएमसीजी में 1.55% और तेल-गैस में 1.11% की गिरावट रही। पीएसयू में 0.61%, हेल्थकेयर में 0.52% और ऑटो मे 0.42% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 04 अप्रैल 2013)
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