इन्फोसिस (Infosys) के निराशाजनक तिमाही नतीजों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 5500 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसला। हालाँकि कारोबार के अंत तक यह सँभल कर इस स्तर से ऊपर लौट आया।
सेंसेक्स (Sensex) 300 अंक यानी 1.62% की गिरावट के साथ 18,243 पर बंद हुआ। निफ्टी 65 अंक यानी 1.17% की गिरावट के साथ 5529 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.08% की कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.14% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.39% की गिरावट रही। आज के कारोबार में आईटी और टीईसीके क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
नकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई। इन्फोसिस के चौथी तिमाही के निराशाजनक नतीजों की वजह से बाजार गिरावट के साथ खुला। कारोबारी साल 2012-13 की चौथी तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 1% बढ़ कर 2394 करोड़ रुपये रहा है, जबकि अक्टूबर-दिसंबर 2012 तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2369 करोड़ रुपये दर्ज हुआ था। इस बीच बाजार में गिरावट पर एक सीमित दायरे में ही कारोबार होता रहा। आईआईपी के उम्मीद से बेहतर आँकड़ों और मार्च में खुदरा महँगाई दर में गिरावट से भी बाजार को फायदा नहीं पहुँचा। फरवरी 2013 में भारत का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी यानी इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन) 0.6% की दर से बढ़ा है। मार्च 2013 में महँगाई दर घट कर 10.39% रही है। फरवरी 2013 में यह दर 10.91% थी। कमजोर यूरोपीय संकेतों की वजह से बाजार पर दबाव बढ़ा। निफ्टी 5500 के स्तर से नीचे लुढ़का। इस दौरान सेंसेक्स 18,186 और निफ्टी 5495 पर दिन के निचले स्तरों पर रहे, लेकिन बाजार जल्द ही अपने निचले स्तरों से सँभला। निफ्टी 5500 के स्तर के ऊपर लौट आया। दिन-भर बाजार में गिरावट पर एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज आईटी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 11.09% का घाटा हुआ। टीईसीके में 8.87% की तेज गिरावट रही। कैपिटल गुड्स में 0.69%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.61%, रियल्टी में 0.48%, ऑटो में 0.43%, ऑटो में 0.43%, हेल्थकेयर में 0.26% की गिरावट रही। दूसरी ओर, एफएमसीजी में 1.95% और पावर में 1.02% की मजबूती रही। बैंकिंग में 0.96%, तेल-गैस में 0.64%, पीएसयू में 0.47% और धातु में 0.15% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 12 अप्रैल 2013)
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