मजबूत अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) ने 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर लिया। निफ्टी (Nifty) भी 6100 के स्तर के ऊपर गया, लेकिन यह इस पर टिका न रह सका। जनवरी 2013 के बाद पहली बार निफ्टी इस स्तर को पार करने में कामयाब रहा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 144 अंक यानी 0.72% की मजबूती के साथ 20,083 पर बंद हुआ। निफ्टी 45 अंक यानी 0.74% की मजबूती के साथ 6095 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.32% की बढ़त रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.19% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.22% की बढ़त रही। आज के कारोबार में ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। कारोबार के पहले घंटे में ही सेंसेक्स ने 20,000 के स्तर को पार कर लिया। शुरुआती कारोबार में बाजार में मजबूती पर कारोबार होता रहा, लेकिन मार्च महीने के आईआईपी आँकड़ों के जारी होने से बाजार पर दबाव बना। इस दौरान बाजार बढ़त गँवा कर लाल निशान को चला गया। मार्च 2013 में भारत का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी यानी इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन) 2.5% की दर से बढ़ा है, जबकि फरवरी 2013 में आईआईपी बढ़ने की दर 0.6% थी। हालाँकि बाद कुछ ही देर के बाद सँभल कर हरे निशान पर चला गया और फिर बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। मजबूत यूरोपीय संकेतों की वजह से बाजार में मजबूती बढ़ी। फिर जैसे-जैसे कारोबार आगे बढ़ता गया, बाजार की मजबूती में भी इजाफा होता गया। कारोबार के आखिरी घंटें में बाजार में जोश और बढ़ा। निफ्टी ने 6100 के स्तर को पार कर लिया। इस दौरान सेंसेक्स 20,119 और निफ्टी 6105 तक चढ़ गये। लेकिन कारोबार के अंत तक बाजार की तेजी में कमी आयी। निफ्टी 6100 के स्तर के नीचे चला गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज ऑटो क्षेत्र को 2.20% का फायदा पहुँचा। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 2.03%, एफएमसीजी में 1.42% और बैंकिंग में 1.23% की तेजी रही। पीएसयू में 0.41%, रियल्टी में 0.36%, हेल्थकेयर में 0.35%, तेल-गैस में 0.25%, आईटी में 0.22% और टीईसीके में 0.13% की बढ़त रही। कैपिटल गुड्स में 0.05% की हल्की मजबूती रही। दूसरी ओर, पावर में 0.30% और धातु में 0.22% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 10 मई 2013)
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