भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों में इस हफ्ते भारी गिरावट रही।
इस कारोबारी हफ्ते में सेंसेक्स (Sensex) 18,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे चला गया था। हालाँकि सेंसेक्स सँभल कर इस स्तर के ऊपर आ गया। लेकिन निफ्टी (Nifty) 5,400 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया।
निफ्टी ने इस हफ्ते में 116 अंक यानी 2.1% की कमजोरी दर्ज की और यह कल के कारोबार के अंत में 5,396 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक इस हफ्ते 130 अंक यानी 1.65% गिर गया और यह कल के कारोबार के अंत में 7,751 पर रहा। दूसरी ओर, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स में इस हफ्ते 388 अंक यानी 2.1% की गिरावट रही। कल के कारोबार के आखिर में यह 18,008 पर बंद हुआ। बीएसई मिडकैप सूचकांक में इस हफ्ते 164 अंक यानी 2.4% की कमजोरी रही और यह 6,734 पर रहा। पिछले हफ्ते के आखिर में यह 6,898 पर रहा था। बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में इस हफ्ते 215 अंक यानी 2.5% की गिरावट रही। कल यह 8,331 पर बंद हुआ, जबकि पिछले हफ्ते के अंत में यह 8,546 पर रहा था।
क्षेत्रों के लिहाज से इस हफ्ते बीएसई के धातु, तेल-गैस, पीएसयू और कैपिटल गुड्स सूचकांक को छोड़कर अन्य सभी सूचकांकों में गिरावट का रुख रहा। सबसे ज्यादा कमजोरी एफएमसीजी सूचकांक में रही। यह सूचकांक 6.4% नीचे गिरा। रियल्टी सूचकांक को 3.6%, आईटी सूचकांक को 3.2%, ऑटो सूचकांक को 3.1%, टीईसीके सूचकांक को 2.7%, हेल्थकेयर सूचकांक को 1.9%, पावर सूचकांक को 1.8% और बैंकिंग सूचकांक को 1.2% का घाटा सहना पड़ा। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सूचकांक में 0.30% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, धातु सूचकांक को 0.68% और तेल-गैस को 0.59% का फायदा हुआ। पीएसयू सूचकांक और कैपिटल गुड्स सूचकांक मामूली बढ़त के साथ सपाट रहे। (शेयर मंथन, 05 फरवरी 2011)
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