भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों में इस हफ्ते गिरावट रही।
इस कारोबारी हफ्ते में सेंसेक्स (Sensex) 18,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे चला गया। निफ्टी (Nifty) 5,300 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया था। हालाँकि यह वापस सँभलकर इस स्तर के ऊपर आ गया।
निफ्टी ने इस हफ्ते में 86 अंक यानी 1.6% की कमजोरी दर्ज की और यह कल के कारोबार के अंत में 5,310 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक इस हफ्ते 267 अंक यानी 3.4% गिर गया और यह कल के कारोबार के अंत में 7,484 पर रहा। दूसरी ओर, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स में इस हफ्ते 279 अंक यानी 1.6% की गिरावट रही। कल के कारोबार के आखिर में यह 17,729 पर बंद हुआ। बीएसई मिडकैप सूचकांक में इस हफ्ते 258 अंक यानी 3.8% की कमजोरी रही और यह 6,476 पर रहा। पिछले हफ्ते के आखिर में यह 6,734 पर रहा था। बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में इस हफ्ते 522 अंक यानी 6.3% की तेज गिरावट रही। कल यह 7,809 पर बंद हुआ, जबकि पिछले हफ्ते के अंत में यह 8,331 पर रहा था।
क्षेत्रों के लिहाज से इस हफ्ते बीएसई के बैंकिंग सूचकांक को छोड़कर अन्य सभी सूचकांकों में गिरावट का रुख रहा। सबसे ज्यादा कमजोरी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सूचकांक में रही। यह सूचकांक 6.3% नीचे गिरा। धातु सूचकांक को 5.6%, रियल्टी सूचकांक को 4.5%, पावर सूचकांक को 3.8%, कैपिटल गुड्स सूचकांक को 3.5%, पीएसयू सूचकांक को 3.4%, टीईसीके सूचकांक को 2.6% और हेल्थकेयर सूचकांक को 2.55% का घाटा सहना पड़ा। तेल-गैस सूचकांक में 1.99%, आईटी सूचकांक में 1.9%, ऑटो सूचकांक में 0.93% और एफएमसीजी सूचकांक में 0.40% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, बैंकिंग सूचकांक 0.02% की हल्की बढ़त के साथ सपाट रहा। (शेयर मंथन, 12 फरवरी 2011)
Add comment