कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 162 अंक यानी 0.86% की गिरावट के साथ 18,631 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 52 अंक यानी 0.92% गिर कर 5652 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.52% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.86% और स्मॉलकैप में 1.29% की गिरावट रही। आज के कारोबार में रियल्टी और पावर सूचकांक में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
ठंडे एशियाई संकेतों के बीच बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। निफ्टी 5700 के स्तर के नीचे खुला। शुरूआती कारोबार में बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (एसएंडपी) द्वारा भारत की क्रेडिट रेटिंग घटाये जाने की संभावना से बाजार में अस्थिरता रही। कमजोर यूरोपीय संकेतों का बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा। यूरोपीय बाजारों में गिरावट बढ़ने से बाजार पर भी दबाव बढ़ता चला गया। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार अपने निम्नतम स्तरों तक पहुँच गया। इस दौरान सेंसेक्स 18,614 और निफ्टी 5647 पर रहे। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में अपने निचले स्तरों के आसपास ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 4.61% का घाटा सहना पड़ा। पावर को 2.17%, बैंकिंग को 1.31%, पीएसयू को 1.30% , कैपिटल गुड्स को 1.23% और टीईसीके को 1.09% का घाटा हुआ। धातु में 0.86%, आईटी में 0.82%, हेल्थकेयर में 0.77%, ऑटो में 0.70%, तेल-गैस में 0.58% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.33% की गिरावट रही। दूसरी ओर, एफएमसीजी में 0.04% की हल्की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 10 अक्टूबर 2012)
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