कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 5700 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया।
सेंसेक्स (Sensex) 110 अंक यानी 0.58% की गिरावट के साथ 18,682 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 35 अंक यानी 0.60% की कमजोरी के साथ 5684 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.52% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.52% और स्मॉलकैप में 0.34% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में पावर और धातु क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
ठंडे एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में बाजार में एक सीमित दायरे में ही कारोबार होता रहा। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया। वैसे-वैसे बाजार की कमजोरी भी बढ़ती चली गयी। यूरोपीय बाजारों के कमजोरी पर खुलने से बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान निफ्टी 5700 के स्तर के नीचे चला गया। दोपहर के कारोबार में बाजार में अस्थिरता रही। हालाँकि आईटीसी के मजबूत तिमाही नतीजों से बाजार कुछ सँभलता नजर आया। मुनाफावसूली की वजह से दोपहर बाद के कारोबार में बाजार की गिरावट बढ़ी। इस दौरान सेंसेक्स 18,612 और निफ्टी 5660 तक नीचे चले गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार के निचले स्तरों से सँभल कर बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज पावर को सबसे ज्यादा 1.44% का घाटा हुआ। धातु में 1.32%, कैपिटल गुड्स में 1.09%, ऑटो में 0.90%, बैंकिंग में 0.86%, तेल-गैस में 0.77%, पीएसयू में 0.73%, रियल्टी में 0.72%, हेल्थकेयर में 0.48%, आईटी में 0.27% और टीईसीके में 0.24% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, एफएमसीजी को 0.84% का फायदा हुआ। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.43% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 19 अक्टूबर 2012)
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