अक्टूबर वायदा सीरीज के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक उतार-चढ़ाव के बाद मजबूती के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 5700 के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर रहा।
सेंसेक्स (Sensex) 49 अंक यानी 0.26% की मजबूती के साथ 18,759 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 14 अंक यानी 0.24% की बढ़त के साथ 5705 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.11% की बढ़त रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.15% की मजबूती और बीएसई स्मॉलकैप में 0.17% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में ऑटो और कैपिटल गुड्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच बाजार की शुरुआत हल्की बढ़त के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार लाल निशान पर चला गया। हालाँकि यह जल्द ही हरे निशान पर वापस आ गया। इस दौरान निफ्टी 5700 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। इसके बाद बाजार में मजबूती पर एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों का बाजार पर कुछ खास असर नहीं हुआ। दिन-भर बाजार में एक सीमित दायरे में ही कारोबार होता रहा। दोपहर बाद के कारोबार में बाजार की मजबूती बढ़ी। इस दौरान सेंसेक्स 18,790 और निफ्टी 5219 दिन के उच्चतम स्तरों पर रहे। बाजार में मुनाफावसूली का दबाव बढ़ने से बाजार लाल निशान पर फिसले। इस दौरान सेंसेक्स 18,699 और निफ्टी 5686 दिन के निचले स्तरों तक चले गये लेकिन जल्द ही बाजार में जोश लौटा और सेंसेक्स-निफ्टी अपने निचले स्तरों से ऊपर उठने में कामयाब रहे और हरे निशान पर आ गये। निफ्टी भी 5700 के स्तर को पार कर गया। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार की मजबूती बढ़ती चली गयी। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में उच्चतम स्तरों के आसपास ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज ऑटो को सबसे ज्यादा 0.58% का फायदा हुआ। कैपिटल गुड्स और बैंकिंग में 0.35%-0.35% की मजबूती रही। तेल-गैस में 0.16% की बढ़त रही। एफएमसीजी में 0.09% की हल्की बढ़त रही। दूसरी ओर, रियल्टी को 1.35% का घाटा पहुँचा। हेल्थकेयर में 0.36% की गिरावट रही। टीईसीके में 0.21% और धातु में 0.20% और पीएसयू में 0.17% की कमजोरी रही। आईटी में 0.10% और पावर में 0.09% की हल्की कमजोरी रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.03% की मामूली कमजोरी दर्ज हुई। (शेयर मंथन, 25 अक्टूबर 2012)
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