कारोबारी हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक उतार-चढ़ाव के बाद हल्की मजबूती के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 10 अंक यानी 0.06% की बढ़त के साथ 18,636 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 1 अंक यानी 0.02% की मामूली बढ़त के साथ 5666 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.31% की कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.43% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.60% की गिरावट रही। आज के कारोबार में तेल-गैस और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। इस दौरान सेंसेक्स 18,743 और निफ्टी 5698 दिन के उच्चतम स्तरों पर रहे। कारोबार के दूसरे घंटे में ही बाजार अपने उच्चतम स्तर से फिसला। इसके बाद बाजार में एक सीमित दायरे में ही कारोबार होता रहा। जैसे-जैसे कारोबार आगे बढ़ता गया, बाजार में कमजोरी भी बढ़ती चली गयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों की वजह से बाजार में अस्थिरता रही। दोपहर के कारोबार में बाजार पर दबाव बढ़ा और यह लाल निशान पर चला गया। दोपहर के कारोबार में बाजार में लाल निशान पर ही ऊपर-नीचे कारोबार होता रहा। कंपनियों के खराब तिमाही नतीजों से बाजार अपने निम्नतम स्तर तक चला गया। इस दौरान सेंसेक्स 18,572 और निफ्टी 5645 दिन के निचले स्तरों पर रहे। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार में सुधार आया और यह वापस हरे निशान पर आ गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में हल्की बढ़त के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज तेल-गैस में सबसे ज्यादा 0.62% की मजबूती रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.51%, हेल्थकेयर में 0.27%, टीईसीके और आईटी में 0.13%-0.13% की बढ़त रही। ऑटो में 0.02% की मामूली बढ़त रही। दूसरी ओर, कैपिटल गुड्स को 1.69% का फायदा हुआ। रियल्टी में 0.72%, पावर में 0.68%, पीएसयू में 0.56%, बैंकिंग में 0.28% और धातु में 0.21% की कमजोरी रही। एफएमसीजी में 0.03% की मामूली कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 29 अक्टूबर 2012)
Add comment