भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के कदम से निराश भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 5600 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया।
सेंसेक्स (Sensex) 205 अंक यानी 1.10% की गिरावट के साथ 18,431 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 68 अंक यानी 1.19% की कमजोरी के साथ 5598 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.08% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.01% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.26% की गिरावट रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और रियल्टी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मजबूत एशियाई संकेतों के बीच बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। कारोबार के पहले घंटें में बाजार में उतार-चढ़ाव के साथ एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। इस दौरान सेंसेक्स 18,718 और निफ्टी 5690 तक ऊपर चले गये। ऋण और मौद्रिक नीति को लेकर आरबीआई द्वारा उठाये गये कदम की खबर के बाद बाजार बढ़त गँवा कर लाल निशान पर चला गया। आरबीआई ने रेपो दर (Repo Rate) और रिवर्स रेपो दर (Reverse Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो दर 8.00% पर बरकरार है। इसी तरह रिवर्स रेपो दर को भी 7.00% पर बरकरार रखा गया है। हालाँकि आरबीआई ने नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में बदलाव किया है। सीआरआर में 0.25% अंक (25 बीपीएस) की कटौती की है। दोपहर के कारोबार में निफ्टी 5600 के स्तर के ऊपर-नीचे होता रहा।
यूरोपीय बाजारों के मजबूती पर खुलने से बाजार को कुछ खास फायदा नहीं हुआ। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार और टूट गया। इस दौरान सेंसेक्स 18,393 और निफ्टी 5590 तक नीचे चले गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में निचले स्तरों के आसपास ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज बैंकिंग को सबसे ज्यादा 2.35% का घाटा हुआ। रियल्टी में 2.28%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 2.26%, कैपिटल गुड्स में 2.09%, पीएसयू में 1.71%, धातु में 1.52%, ऑटो में 1.37% और पावर में 1.10% की गिरावट रही। तेल-गैल में 0.79%, एफएससीजी में 0.44% और हेल्थकेयर में 0.10% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, आईटी में 0.51% और टीईसीके में 0.36% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 30 अक्टूबर 2012)
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