कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच आज कारोबार के अंतिम घंटे में बिकवाली के दबाव से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक काफी गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 5600 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया।
सेंसेक्स (Sensex) 162 अंक यानी 0.88% की गिरावट के साथ 18,309 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 57 अंक यानी 1.01% की कमजोरी के साथ 5574 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.06% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.89% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.13% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में रियल्टी और बैंकिंग क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
ठंडे एशियाई संकेतों के बीच बाजार की शुरुआत सपाट हुई। कारोबार के शुरुआत में बाजार में हरे निशान पर एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। लेकिन कारोबार के दूसरे घंटे में बाजार बढ़त गँवा कर लाल निशान पर चला गया। हालाँकि दोपहर के कारोबार में यह सँभल कर हरे निशान पर चला गया। यूरोपीय शेयर बाजारों की सुस्त शुरुआत की खबर के बीच बाजार में मजबूती कायम रही। इस दौरान सेंसेक्स 18,563 और निफ्टी 5650 तक चढ़ गये। लेकिन कारोबार के अंतिम घंटे में यूरोपीय शेयर बाजारों के फिसलने की खबर के बीच बाजार बढ़त गँवा कर लाल निशान पर चला गया। कारोबार के अंतिम मिनटों में निफ्टी 5600 के स्तर के नीचे चला गया। इस दौरान सेंसेक्स 18267 और निफ्टी 5560 तक नीचे चले गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार के निचले स्तरों से कुछ सँभल कर बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी में सबसे ज्यादा 3.36% की गिरावट रही। बैंकिंग को 1.61%, ऑटो को 1.50%, कैपिटल गुड्स को 1.44%, एफएमसीजी को 1.36% और पावर को 1.14% का घाटा सहना पड़ा। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.92%, तेल-गैस में 0.81%, धातु में 0.60%, पीएसयू में 0.57% और हेल्थकेयर में 0.25% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, टीईसीके को 0.46% का फायदा हुआ। आईटी में 0.43% की मजबूती रही। (शेयर मंथन, 16 नवंबर 2012)
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