यूनाइटेड किंगडम (United Kindgom) में यूरोपीय संघ (EU) से बाहर जाने यानी ब्रेक्सिट (Brexit) के सवाल पर हो रहे जनमत संग्रह में मतगणना के आरंभिक परिणाम ब्रेक्सिट के पक्ष में आ रहे हैं।
इसका एकदम तीखा असर तमाम वैश्विक बाजारों पर दिख रहा है। भारतीय शेयर बाजार भी इस परिवेश में बड़ी गिरावट के साथ खुलने का अंदेशा है। सिंगापुर निफ्टी (SGX Nifty) इसका सीधा संकेत दे रहा है, जो सुबह करीब 9 बजे लगभग 200 अंक लुढ़का हुआ है।
यूरोपीय बाजारों के वायदा सूचकांकों को 6-7% तक की चोट पड़ी है। वहीं अमेरिकी बाजार के वायदा सूचकांकों में 2.5% से भी ज्यादा गिरावट आयी है और डॉव जोंस फ्यूचर 500 अंक से भी ज्यादा नीचे चल रहा है। तमाम एशियाई बाजारों में भी काफी कमजोरी है।
केवल शेयर बाजार ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बाजार और कमोडिटी पर भी इसके चलते भारी उथल-पुथल दिख रही है। पाउंड में डॉलर के मुकाबले अब तक की सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट आयी है और यह 9% से ज्यादा टूटा है। कच्चे तेल के भाव भी लुढ़के हैं। ब्रेंट क्रूड में 4% और नाइमेक्स में 5% कमजोरी चल रही है। रुपया आज डॉलर के मुकाबले शुरुआती कारोबार में करीब 1% कमजोर हुआ है और एक डॉलर की कीमत 67.88-67.90 के आसपास चल रही है। (शेयर मंथन, 24 जून 2016)
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