कारोबारी साल 2017-18 की पहली तिमाही के मुकाबले चालू वित्त वर्ष की समान अवधि में निवेशकों ने म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) योजनाओं में 43% अधिक 1,33,903 करोड़ रुपये का निवेश किया।
म्यूचुअल फंड निवेश में शानदार बढ़ोतरी खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी से हुई है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इंडस्ट्रीज (ऐम्फी) के आँकड़ों के मुताबिक पिछले कारोबारी साल की अप्रैल-जून तिमाही में निवेशकों ने म्यूचुअल फंड योजनाओं में 93,400 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
ऐम्फी के मुताबिक निवेश बढ़ने से 42 कंपनियों के म्यूचुअल फंड उद्योग का संपत्ति आधार भी वर्ष दर वर्ष आधार पर 20.40 लाख करोड़ रुपये से 20% की बढ़ोतरी के साथ 23.40 लाख करोड़ रुपये का हो गया। ऐम्फी के अनुसार बाजार नियामक सेबी (SEBI) के निर्देशों के अंतर्गत चल रहे निवेशक जागरूकता अभियान 'म्यूचुअल फंड सही है' से संभावित निवेशकों में म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने के लिए दिलचस्पी बढ़ी है।
म्यूचुअल फंड निवेश में शानदार बढ़ोतरी में लिक्विड फंड और इक्विटी योजनाओं की अहम भूमिका रही है। अप्रैल-जून तिमाही में लिक्विड फंड या मुद्रा बाजार श्रेणी में 1.22 लाख करोड़ रुपये और इक्विटी योजनाओं में 33,000 करोड़ रुपये का निवेश आया। हालाँकि निवेशकों ने आय फंडों से 38,000 करोड़ रुपये से अधिक और गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) से 146 करोड़ रुपये की पूँजी निकाल ली। इस दौरान मासिक 7,300 करोड़ रुपये के साथ एसआईपी (SIP) मजबूत माध्यम बना रहा।
म्यूचुअल फंडों पर नजर डालें तो जून 2018 की समाप्ति पर 3,101.6 लाख करोड़ रुपये की एयूएम (एसेट अंडर मैनेजमेंट) के साथ आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड पहले पायदान पर बरकरार है। वहीं 3,068.4 लाख करोड़ रुपये की एयूएम के साथ एचडीएफसी एमएफ दूसरा और 2,492.70 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ आदित्य बिड़ला सन सन लाइफ एमएफ तीसरा सबसे बड़ा फंड हाउस रहा। (शेयर मंथन, 16 जुलाई 2018)