वित्त वर्ष 2017-18 में संपत्ति प्रबंधन कंपनियों (Asset Management Companies) या एएमसी ने प्रमुख 980 म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) वितरकों को कमीशन के रूप में 8,533 करोड़ रुपये का भुगतान किया।
म्यूच्यूअल फंड्स उद्योग संघ (ऐम्फी) के आँकड़ों के अनुसार यह रकम वित्त वर्ष 2016-17 में 732 वितरकों को दी गयी 5,000 करोड़ रुपये की कमीशन 70% से अधिक है।
इस दौरान म्यूचुअल फंड उद्योग की कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) भी 18.3 लाख करोड़ रुपये से बढ़ कर 23 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच गयी। खास बात यह है कि वितरकों द्वारा कमायी गयी कमीशन कुल एयूएम के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ी है।
म्यूचुअल फंड वितरकों में एनजे इंडियाइन्वेस्ट ने सर्वाधिक 786.77 करोड़ रुपये बतौर कमीशन प्राप्त किये, जो 2016-17 में 442.68 करोड़ रुपये के मुकाबले 78% अधिक है। इसके अलावा एचडीएफसी बैंक ने 396.51 करोड़ रुपये के मुकाबले 641.39 करोड़ रुपये, एसबीआई ने 178.79 करोड़ रुपये की तुलना में 212% अधिक 557.9 करोड़ रुपये, ऐक्सिस बैंक ने 248.53 करोड़ रुपये के मुकाबले 537.7 करोड़ रुपये और आईसीआईसीआई बैंक ने 279.68 करोड़ रुपये की तुलना में 470.28 करोड़ रुपये की कमीशन प्राप्त की। (शेयर मंथन, 14 जुलाई 2018)