फार्मा कंपनी टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स को अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर यानी यूएसएफडीए (USFDA) से झटका लगा है। कंपनी के गुजरात के इंद्राद स्थित मैन्युफैक्चरिंग इकाई की यूएसएफडीए ने प्री-एप्रूवल जांच की थी।
जीएमपी यानी गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज को लेकर जांच की गई थी। जांच के बांद कंपनी की इकाई को फॉर्म 483 जारी किया गया है। फॉर्म 483 के साथ कंपनी की इकाई को 5 आपत्तियां भी जारी की गई हैं। यूएसएफडीए की ओर यह जांच 3 से 12 जून के बीच की गई थी। यूएसएफडीए की ओर से जारी आपत्ति डाटा इंटेग्रिटी को लेकर नहीं है।। कंपनी का कहना है कि वह आपत्तियों का तय समय में जवाब देगी। कंपनी यूएसएफडीए के साथ मिलकर आपत्तियों को दूर करने की दिशा में काम कर रही है। आपको बता दें कि कंपनी ने हाल ही में ताकेडा (Takeda) फार्मास्यूटिकल्स के साथ नॉन एक्सक्लूसिव करार किया है। टोरेंट फार्मा वोनोप्राजेन (Vonoprazan) को अपने ट्रेडमार्क कैबवी (Kabvie) के तहत बेचेगी। कंपनी ने नॉन एक्सक्लूसिव पेटेंट लाइसेंसिंग एग्रीमेंट ताकेडा के साथ किया है। इसके तहत भारत में वोनोप्राजेन की भारत में बिक्री करना है। इस दवा का इस्तेमाल एसिड से संबंधित बीमारी में किया जाता है।
(शेयर मंथन, 13 जून 2024)
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