शेयर मंथन में खोजें

इन्फोसिस (Infosys) ने दिया जोर का झटका ऊपर की तरफ

राजीव रंजन झा : इन्फोसिस (Infosys) ने झटका देने की तिमाही रस्म इस बार भी निभायी, लेकिन बाजार को इस बार यह झटका ऊपर की ओर लगा।

तिमाही नतीजों के बाद आज यह सीधे एक बड़ी उछाल के साथ खुला और देखते-देखने इसने लगभग 13% की बढ़त हासिल कर ली। इस एक उछाल ने इन्फोसिस के चार्ट पर काफी कुछ बदल दिया है, लेकिन उसकी बात करने से पहले देख लेते हैं कि इसके नतीजों में बाजार को कौन-सी बातें ज्यादा पसंद आयीं। बाजार इन नतीजों से बेहद सीमित उम्मीदें रख कर चल रहा था। हाल में ऐसी भी खबरें आयी थीं कि कंपनी ने अपने कुछ कर्मचारियों को हटाया है। कंपनी की ओर से हाल में आयी टिप्पणियाँ भी कोई सकारात्मक तस्वीर नहीं बना रही थीं।
लेकिन सीमित या थोड़ी नकारात्मक उम्मीदों के बीच कंपनी ने अक्टूबर-दिसंबर 2012 की तिमाही में 10,424 करोड़ रुपये की आमदनी हासिल की, जो ठीक पिछली तिमाही से 5.7% और बीते साल की समान तिमाही से 12.1% ज्यादा है। गौरतलब है कि आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने आमदनी में तिमाही-दर-तिमाही बढ़त केवल 1.7% रहने का अनुमान लगाया था। इसी तरह मुनाफा देखें तो बीती तिमाही में यह 2,369 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही के बराबर ही है। इसकी तुलना में आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने केवल 2,132 करोड़ रुपये के मुनाफे का अनुमान लगाया था। जाहिर है कि आमदनी और मुनाफा, दोनों लिहाज से इसके तिमाही नतीजे बाजार के अनुमानों से बेहतर रहे।
कामकाजी पैमाने पर देखें तो इसका एबिट मार्जिन 25.3% के अनुमान की तुलना में 25.7% रहा, यानी थोड़ा बेहतर। आशंका यह थी कि वेतन बढ़ोतरी का दबाव इसके मार्जिन पर दिखेगा, लेकिन आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने अपनी पहली टिप्पणी में माना है कि बेहतर उत्पादकता हासिल करके कंपनी इस दबाव को काट सकी।
बाजार को आशंका यह भी थी कि इस बार इन्फोसिस अपने सालाना अनुमानों में कुछ कटौती कर सकती है, लेकिन डॉलर आय के लिहाज से इसने सालाना 5% वृद्धि (लोडस्टोन अधिग्रहण छोड़ कर) के अनुमान को बरकरार रखा। इस अधिग्रहण के असर को जोड़ कर अब इन्फोसिस ने 2012-13 की डॉलर आय में सालाना 6.5% वृद्धि का अनुमान सामने रखा है। इसमें लोडस्टोन का योगदान 10.4 करोड़ डॉलर आंका गया है।
कंपनी ने बीती तिमाही में 89 नये ग्राहक बनाये हैं, जो इसकी पिछली तिमाही के मुकाबले लगभग दोगुनी है। अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में जो माहौल है, उसमें यह संख्या एक अलग महत्व रखती है। कर्मचारियों की संख्या शुद्ध रूप से केवल 977 बढ़ी है। लेकिन कर्मचारियों को हटाये जाने की खबरों के बीच कुल संख्या में कमी नहीं आना ही राहत की बात है।
कंपनी के इस तिमाही प्रदर्शन ने ही नहीं, बल्कि नतीजों के बाद शेयर भाव में आयी उछाल ने भी काफी विश्लेषकों को चौंकाया होगा। कल शाम तक बाजार में आम धारणा यही थी कि इन नतीजों के बाद इन्फोसिस में शायद पिछली तिमाहियों जैसी तीखी गिरावट भले ही न आये, लेकिन कोई बड़ी उछाल भी नहीं मिलेगी। लेकिन सीधे करीब 13% की उछाल से यह शेयर अपने 21 सितंबर 2012 के ताजा शिखर 2650 के पास आ गया है। अगर जनवरी 2011 में बने इसके 3500 के शिखर से जुलाई 2012 की तलहटी 2100 तक की गिरावट की संरचना देखें, तो इसमें भी 38.2% वापसी का स्तर करीब 2635 पर है। लिहाजा मोटे तौर पर कहा जा सकता है कि 2650 के आसपास निफ्टी को कुछ बाधा मिलेगी, लेकिन इसके पार होने पर यह 2738 तक जा कर अपने एक खाली अंतराल (गैप) को भरने की कोशिश करेगा, जो अप्रैल 2012 में तिमाही नतीजों के दिन बना था।
आगे अगर इसमें मुनाफावसूली का कोई दबाव बनता है तो यह शायद 2430 के आसपास सहारा लेने की कोशिश करे, जहाँ 3500-2100 की गिरावट की 23.6% वापसी का स्तर है। गौरतलब है कि इसका 200 दिनों का सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) भी इसके पास ही 2418 पर है। इसका 50 एसएमए इससे नीचे 2,347 पर है। दरअसल आज की उछाल में यह एक साथ अपने तमाम छोटी, मध्यम और लंबी अवधि के मूविंग एवरेज स्तरों के ऊपर आ गया है। इसलिए कहा जा सकता है कि इस उछाल ने इन्फोसिस के चार्ट को बदल दिया है। लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि यह केवल एक तिमाही का नतीजा है। इसका रुझान बदलने की उम्मीद को पुख्ता जमीन तभी मिलेगी, जब अगली तिमाही के नतीजों से भी कंपनी बाजार को सकारात्मक संकेत दे सके। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 11 जनवरी 2013)

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"