आज सुबह सिंगापुर निफ्टी कुछ अच्छे संकेत दे रहा है, लेकिन इस छोटे कारोबारी हफ्ते के अब तक के उतार-चढ़ाव ने बाजार की मौजूदा चाल जारी रहने को लेकर शक पैदा कर दिया है।
इस हफ्ते मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार ने अच्छी शुरुआत की थी और निफ्टी थोड़ी देर के लिए सितंबर 2013 के ऊपरी स्तर 6142 को पार करके 6156 तक चला गया था। हालाँकि निफ्टी ने साल 2013 का नया स्तर नहीं बनाया, क्योंकि इसका मई का शिखर 6229 का है, लेकिन सेंसेक्स ने जरूर इस साल का नया ऊपरी स्तर छू लिया। यह सितंबर 2013 के ऊपरी स्तर 20,740 को पार करके इस मंगलवार 15 अक्टूबर को 20,760 तक चढ़ा। लेकिन मंगलवार को ही इसने जता दिया कि यह ऊपरी स्तरों पर टिक नहीं पा रहा है। इसीलिए सेंसेक्स 20,760 पर साल का नया ऊपरी स्तर बनाने के बाद उसी दिन 20,447 तक फिसल गया। निफ्टी भी मंगलवार को 6156 तक जाने के बाद उसी दिन 6057 तक गिर गया।
लेकिन मंगलवार को सेंसेक्स-निफ्टी का ऊपरी स्तरों पर टिक नहीं पाना अकेला ऐसा कारण नहीं है, जो बाजार पलटने का इशारा करता हो। महत्वपूर्ण यह है कि सेंसेक्स-निफ्टी किन स्तरों पर अटके और पलटे? सेंसेक्स के चार्ट पर अगर जनवरी 2013 के शिखर 20,204, मई 2013 के शिखर 20,444 और सितंबर 2013 के शिखर 20,740 को मिलायें तो तीनों शिखर एक रुझान-रेखा (ट्रेंड लाइन) बनाते हैं। इस मंगलवार 15 अक्टूबर को सेंसेक्स 20,760 के ऊपरी स्तर पर दरअसल इसी रुझान-रेखा से ठीक पहले अटका है। निफ्टी का चार्ट देखें तो जुलाई 2013 के शिखर 6093 और सितंबर 2013 के शिखर 6142 को मिलाती रुझान रेखा पर ही 15 अक्टूबर का ऊपरी स्तर 6156 आ रहा है।
बीते दो सत्रों से सेंसेक्स और निफ्टी ने निचली तलहटियाँ भी बनाना शुरू कर दिया है। अगर आज शुक्रवार के कारोबार में निफ्टी कल के निचले स्तर 6033 से निचले फिसलता दिखा तो बाजार में घबराहट के साथ मुनाफावसूली का दबाव बन सकता है। दरअसल 6033 के नीचे जाने पर निफ्टी एक अक्टूबर के निचले स्तर 5701 से लेकर अब तक चढ़ती पट्टी (राइजिंग चैनल) के भी नीचे फिसल जायेगा, जो बाजार की तेज चाल टूटने का साफ संकेत होगा।
अगर की बात करें तो कमजोरी का रुझान खत्म होने के लिए यह जरूरी होगा कि निफ्टी 6077 पार कर ले। वहीं 6100 के ऊपर जाने पर मौजूदा चाल आगे बढ़ने की एक नयी उम्मीद जग सकती है। हालाँकि 6160 के आसपास फिर से ऊपर बतायी गयी रुझान रेखा बाधा बन कर खड़ी हो जायेगी। बाजार भले ही थोड़ी वापसी करने के संकेत देने लगे, लेकिन जब तक यह रुझान रेखा पार नहीं होती, तब तक बाजार के लिए नीचे पलटने का खतरा मँडराता रहेगा।
फिलहाल अगर ज्यादा दूर की बात न भी करें तो बाजार की मौजूदा चाल टूटने पर निफ्टी को 5980 और उसके बाद 5930 तक फिसलने में शायद ज्यादा वक्त न लगे। अगर ज्यादा ठोस सहारे की बात करें तो फिर वह तो 200 दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज 5845 पर होगा। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 18 अक्टूबर 2013)
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