बैंक ऑफ इंडिया का 2014-15 की तीसरी तिमाही में मुनाफा 70.42% घटा है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में इसका मुनाफा 585 करोड़ रुपये से घट कर 173 करोड़ रुपये तक गिर गया है।
इसी तिमाही के दौरान बैंक की आमदनी पिछले साल के मुकाबले 9.94% बढ़ कर 11,947 करोड़ रुपये हो गयी है। पिछले कारोबारी वर्ष 2013-14 की दिसंबर तिमाही में यह आँकड़ा 10,866 करोड़ रुपये का था।
खुदरा (रिटेल) बैंकिंग से होने वाली आय में भी बढ़त देखने को मिली है। यह पिछले साल के मुकाबले 7.13% बढ़ कर 3,183 करोड़ रुपये हो गयी है। हालाँकि बैंक के कुल डूबे कर्जों में भी तेज बढ़त देखने को मिली है। तीसरी तिमाही के दौरान बैंक का सकल एनपीए 2.81% से बढ़ कर 4.07% हो गया है। वहीं शुद्ध एनपीए भी 1.75% से बढ़ कर 2.5% हो गया है।
इन नतीजों के बाद बैंक ऑफ इंडिया के शेयर भाव में तीखी गिरावट आयी है। आज यह शेयर नतीजे आने से पहले थोड़े सपाट रुझान के साथ चल रहा था, मगर नतीजों के तुरंत बाद यह लगभग 245 रुपये के आसपास से टूट कर 230 रुपये के नीचे चला गया। बीएसई में इसका दिन का निचला स्तर 225.10 रुपये रहा और अंत में यह 13.95 रुपये या 5.77% की गिरावट के साथ 227.65 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 12 फरवरी 2015)
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