प्रकाश दीवान, निवेश रणनीतिकार, पीडीज वेल्थ सर्कल
लंबी अवधि की दृष्टि से वर्ष 2016 बहुत ही संभावनाशील लग रहा है। अगले दो-तीन माह निवेशकों के लिए आदर्श प्रवेश बिंदु साबित होंगे। अन्य उभरते बाजारों के मुकाबले भारतीय अर्थव्यवस्था अपेक्षाकृत मजबूत है।
रुपये के मजबूत होने और विदेशी संस्थागत निवेशकों के वापस आने की उम्मीद है। ब्याज दरों के कम होने का भी फायदा होने वाला है। चीन की मुद्रा युआन का अवमूल्यन, राजनीतिक संकट, राजनीतिक विरोध के चलते सुधारों का अटकना और सभी उभरते बाजारों में मुद्रा का कमजोर होना चिंता की बात है। (शेयर मंथन, 08 जनवरी 2016)