राजेश अग्रवाल, रिसर्च प्रमुख, ओम कैपिटल
निम्न महँगाई, कई वर्षों के निम्न स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों, रिजर्व बैंक के समायोजी रुख और खनन, रेलवे, रक्षा, बैंकिंग, सड़क, बिजली जैसे क्षेत्रों में मुद्दों को सुलझाने के प्रति सरकार के कदमों से भारतीय अर्थव्यवस्था आगे बढऩे को तैयार है।
कई क्षेत्रों में विदेशी निवेश सीमा बढ़ायी गयी है। हालाँकि कॉर्पोरेट नतीजे उत्साहवर्धक नहीं हैं। मगर अप्रत्यक्ष कर संग्रह, बिजली उत्पादन, कोयला उत्पादन, पेट्रोल खपत, कार बिक्री जैसे विभिन्न संकेतक बढ़ते दिख रहे हैं। इसके अलावा सातवें वेतन आयोग और वन रैंक वन पेंशन से निजी खपत में सुधार आयेगा। (शेयर मंथन, 08 जनवरी 2016)