साल 2012 के अंतिम कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक उतार-चढ़ाव के बाद हल्की गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 18 अंक यानी 0.09% की गिरावट के साथ 19,427 पर रहा। निफ्टी 3 अंक यानी 0.06% की कमजोरी के साथ 5905 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.43% की बढ़त रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.28% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.51% की मजबूती रही। आज के कारोबार में कैपिटल गुड्स और एफएमसीजी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। इस दौरान सेंसेक्स 19,492 और निफ्टी 5919 तक चढ़ गये। फिर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों की वजह से बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार में बढ़त में कमी आयी और यह लाल निशान पर चला गया। निफ्टी 5900 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसला। इस दौरान सेसेक्स 19,406 और निफ्टी 5897 तक नीचे फिसल गये। इसके बाद बाजार में लाल निशान पर ही कारोबार होता रहा। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार में सुधार आया और यह वापस हरे निशान पर लौट आया। निफ्टी 5900 के स्तर के ऊपर चला गया। लेकिन बाजार ज्यादा देर तक इस मजबूती पर टिक नहीं पाया और वापस लाल निशान पर चला गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी हल्की गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज कैपिटल गुड्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा 0.33% की गिरावट रही। एफएमसीजी में 0.27% की कमजोरी रही। आईटी में 0.05% और टीईसीके में 0.05% की हल्की कमजोरी रही। दूसरी ओर, रियल्टी में 1.00% की मजबूती रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.80%, पीएसयू में 0.59%, पावर में 0.47%, ऑटो में 0.42% और धातु में 0.27% की बढ़त रही। बैंकिंग में 0.10%, तेल-गैस में 0.09% और हेल्थकेयर में 0.06% की हल्की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 31 दिसंबर 2012)
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