कारोबारी हफ्ते के चौथे दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे बंद हुआ।
सेंसेक्स 103 अंक यानी 0.51% की गिरावट के साथ 19,924 पर बंद हुआ। निफ्टी 35 अंक यानी 0.58% की कमजोरी के साथ 6019 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 2.66% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 2.51% और बीएसई स्मॉलकैप 2.44% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में रियल्टी और ऑटो क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मजबूत एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। सेंसेक्स 20,000 के स्तर के ऊपर खुला। इस दौरान सेंसेक्स 20,072 और निफ्टी 6065 पर दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे, लेकिन बाजार इस मजबूती पर ज्यादा देर तक टिक नहीं सका और लाल निशान पर चला गया। सेंसेक्स 20,000 के स्तर से नीचे फिसला। इसके बाद बाजार में गिरावट बढ़ी। सेंसेक्स 19,884 और निफ्टी 6008 पर दिन के निचले स्तरों तक पहुँच गये। यूरोपीय बाजारों से स्पष्ट संकेत न मिलने की वजह से बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। दोपहर बाद के कारोबार में बाजार की गिरावट में कमी आयी, लेकिन कारोबार के आखिर घंटे में बाजार में गिरावट बढ़ती चली गयी। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में अपने निम्नतम स्तरों के आसपास ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 4.19% का घाटा हुआ। ऑटो में 2.51%, पावर में 1.97%, धातु में 1.84%, पीएसयू में 1.52% और हेल्थकेयर में 1.33% की गिरावट रही। तेल-गैस में 0.91%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.86%, बैंकिंग में 0.69% और टीईसीके में 0.44% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, एफएमसीजी में 1.03% की मजबूती रही। आईटी में 0.37% और कैपिटल गुड्स में 0.36% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 24 जनवरी 2013)
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