कमजोर वैश्विक संकेतों और जनवरी वायदा सीरीज का निपटान (एक्सपायरी) होने की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया।
सेंसेक्स 110 अंक यानी 0.55% की कमजोरी के साथ 19,895 पर बंद हुआ। निफ्टी (Nifty) 21 अंक यानी 0.35% की गिरावट के साथ 6035 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.72% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.54% की बढ़त रही, जबकि बीएसई स्मॉलकैप 0.11% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और तेल-गैस क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। बाजार खुलते ही सेंसेक्स 20,000 के स्तर के नीचे चला गया। हालाँकि कारोबार के शुरुआती घंटे में बाजार सँभल कर कुछ देर के लिए हरे निशान पर चला गया। सेंसेक्स ने 20,000 के स्तर को छू लिया। लेकिन कुछ ही देर के बाद बाजार लाल निशान पर चला गया। सेंसेक्स 20,000 के स्तर के नीचे चला गया। दोपहर के कारोबार में बाजार कुछ देर के लिए फिर सँभल गया। लेकिन यूरोपीय शेयर बाजारों की कमजोर शुरुआत की खबर ने घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा दिया। कारोबार के अंतिम घंटे में सेंसेक्स 19,866 और निफ्टी 6025 तक नीचे फिसल गये। हालाँकि कारोबार के अंतिम मिनटों में बाजार की गिरावट में कमी आयी। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार के निचले स्तरों से कुछ सँभल कर लाल निशान पर बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र को सबसे ज्यादा 0.42% का घाटा सहना पड़ा। तेल-गैस में 0.42%, आईटी में 0.42%, टीईसीके में 0.23%, कैपिटल गुड्स में 0.16% और ऑटो में 0.11% की गिरावट रही। धातु 0.01% की हल्की कमजोरी के साथ सपाट रहा। दूसरी ओर, रियल्टी को 1.38% और पीएसयू को 1.02% का फायदा हुआ। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.61%, एफएमसीजी में 0.61%, पावर में 0.46% और हेल्थकेयर में 0.36% की मजबूती रही। (शेयर मंथन, 31 जनवरी 2013)
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