दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका इंडिया ने जानकारी दी कि उसे भारत के ड्रग रेगुलेटर से डैपाग्लिफ्लोजिन (Dapagliflozin) दवा के लिए मंजूरी मिली है। कंपनी को इस दवा की बिक्री के लिए भारत के ड्रग रेगुलेटर सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन यानी सीडीएससीओ (CDSCO) से मंजूरी मिली है।
इस दवा का इस्तेमाल डायबिटिज यानी मधुमेह के मरीजों के इलाज में किया जाता है। इसका इस्तेमाल खासकर वैसे मरीजों के इलाज में किया जाता है जो क्रोनिक किडनी डिजीज यानी सीकेडी (CKD) से पीड़ित हैं। डैपाग्लिफ्लोजिन (Dapagliflozin) पहला और एकमात्र डायबिटिज की दवा है जिसके इस्तेमाल से अनुमानित ग्लोमेरुलर फिलट्रेशन रेट यानी ईजीएफआर (eGFR) के खतरे को कम करता है। इस दवा के इस्तेमाल से दिल की बीमारियों से होने वाली मौत में कमी आती है। साथ ही वयस्कों में दिल के काम न करने की स्थिति में हॉस्पिटल में भर्ती कराने की संख्या में भी कमी आती है। कंपनी को यह मंजूरी डायबिटिक और गैर डायबिटिक सीकेडी (CKD) दोनों तरह के मरीजों के लिए मिली है।
आपको बता दें कि वैश्विक स्तर के साथ-साथ भारत में सीकेडी (CKD) के कारण सबसे ज्यादा मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ता है। इससे न केवल क्लीनिक पर जबकि आर्थिक तौर पर भी बोझ बढ़ता है। एस्ट्राजेनेका इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट मेडिकल अफेयर्स ऐंड रेगुलेटरी अनिल कुकरेजा ने कहा कि डैपाग्लिफ्लोजिन (Dapagliflozin) दवा की मंजूरी सीडीसीएससीओ यानी CDCSCO समिति से सही समय पर मिली है। इससे किडनी रोग विशेषज्ञ को काफी मदद मिलेगी। साथ ही इससे देशभर में सीकेडी (CKD) के मरीजों के प्रबंधन में मदद मिलेगी। बीएसई (BSE) पर कंपनी का शेयर 0.39% गिर कर 3,348 प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन 29 नवंबर, 2022)
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