बुधवार के कारोबार में शेयर बाजार दिन भर कमजोर बना रहा। बाजार में गिरावट लगातार बढ़ती गयी, हालाँकि सुबह बाजार लगभग सपाट खुला था।
अंत में बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 637 अंक या 1.04% गिर कर 60,657 पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 50 (Nifty 50) भी 190 अंक या 1.04% कमजोरी के साथ 18,043 पर आ गया। छोटे-मँझोले शेयरों में भी इसी तर्ज पर कमजोरी बनी रही और मिडकैप एवं स्मॉलकैप सूचकांकों में भी लगभग 1% की कमजोरी देखने को मिली।
निफ्टी मिडकैप 100 में 1.10% और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 0.95% की गिरावट दर्ज हुई। बीएसई मिडकैप 0.97% और बीएसई स्मॉलकैप 0.79% फिसल गये।
क्षेत्रवार देखें तो धातु (मेटल), रियल एस्टेट, बैंक, तेल-गैस, मीडिया और आईटी शेयरों की सबसे अधिक पिटाई हुई। निफ्टी मेटल 2.11%, निफ्टी रियल्टी 2.05%, निफ्टी पीएसयू बैंक 1.83%, निफ्टी ऑयल ऐंड गैस 1.56%, निफ्टी मीडिया 1.50%, निफ्टी बैंक 1.07% और निफ्टी आईटी 0.98% गिर कर बंद हुए।
बाजार में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की फेडरल ओपन मार्केट कमिटी (एफओएमसी) की बैठक के विवरण (मिनट्स) सामने आने से पहले एक घबराहट दिखी। ये विवरण आज देर रात जारी होंगे। इनसे बाजार को यह संकेत मिलेगा कि साल 2023 में फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरें बढ़ाने की गति और मात्रा कैसी रहेगी। फेडरल रिजर्व ने अपनी 13-14 दिसंबर की बैठक में ब्याज दरों को 0.50% अंक बढ़ाने का निर्णय लिया था। इस वृद्धि के बाद फेडरल रिजर्व की दरें 4.25-4.50% के दायरे में हैं। इस बैठक में फेडरल रिजर्व ने वर्ष 2023 के लिए संभावित महँगाई दर (Inflation) को 2.8% से बढ़ा कर 3.1% कर दिया था, लिहाजा बाजार आगे चल कर फेडरल रिजर्व का रुख सख्त बना रहने की आशंका में है। (शेयर मंथन, 04 जनवरी 2023)
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