भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को भी कमजोर बना रहा। बुधवार और गुरुवार को मिला कर सेंसेक्स 941 अंक फिसल चुका है।
बुधवार को बाजार कमजोर हुआ था, क्योंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की एफओएमसी बैठक के विवरण (मिनट्स) सामने आने वाले थे। जो विवरण बुधवार देर रात सामने आये, उनके मुताबिक महँगाई पर फेडरल रिजर्व का सख्त रुख बना रह सकता है, जिससे आगे ब्याज दरों में बढ़ोतरी का सिलसिला बना रह रहने की संभावना दिखती है। इसके बाद वैश्विक बाजारों में कमजोरी बनी और उसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिखा।
बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 304 अंक या 0.50% गिर कर 60,353 अंक पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 50 (Nifty 50) भी 51 अंक या 0.28% की कमजोरी के साथ 17,992 पर बंद हुआ। हालाँकि आज बीएसई मिडकैप में 0.35% की हल्की बढ़त दर्ज हुई, जबकि बीएसई स्मॉलकैप सपाट रहा। एनएसई में निफ्टी मिडकैप 100 में 0.50% की मजबूती रही, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 सपाट बंद हुआ।
क्षेत्रवार प्रदर्शन पर नजर डालें तो निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, निफ्टी बैंक, निफ्टी प्राइवेट बैंक, निफ्टी आईटी और निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सबसे कमजोर क्षेत्रीय सूचकांक रहे, जबकि निफ्टी एफएमसीजी, निफ्टी ऑयल ऐंड गैस, निफ्टी ऑटो, निफ्टी फार्मा और निफ्टी मेटल में तेजी दिखी।
सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, टाइटन और पावरग्रिड सबसे कमजोर रहे, जबकि एनटीपीसी, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, सन फार्मा और नेस्ले सबसे मजबूती के साथ बंद हुए। (शेयर मंथन, 5 जनवरी 2023)
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