ऑटोमोबाइल की दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स ने पहली तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का मुनाफा 24% बढ़ा है। कंपनी का मुनाफा 4222 करोड़ रुपये से बढ़कर 5247 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं रिपोर्टिंग के आधार पर कंपनी का मुनाफा 74% बढ़ा है। कंपनी की आय में 5.7% की बढ़त देखी गई है।
कंपनी की आय 1.02 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.08 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई है। एडजस्टेड आधार पर कंपनी का कामकाजी मुनाफा 14% बढ़ा है। कामकाजी मुनाफा 13,559 करोड़ रुपये से बढ़कर 15,509 करो़ रुपये हो गया है। एडजस्टेड आधार पर कंपनी का मार्जिन 13.3% से बढ़कर 14.4% हो गया है। पिछले साल के 342 करोड़ रुपये के फॉरेक्स घाटे के मुकाबले 276 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। वहीं 677 करोड़ रुपये के नुकसान के मुकाबले पहली तिमाही में 43 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय हुई है। कंपनी के मैनेजमेंट के मुताबिक पैसेंजर गाड़ी और व्यावसायिक गाड़ियों के कारोबार का डीमर्जर 12-15 महीनों में पूरे होने की उम्मीद है। इसके अलावा टाटा मोटर्स फाइनेंस के टाटा कैपिटल के साथ विलय 9 से 12 महीनों में पूरी होने की उम्मीद है। वहीं डीवीआर के शेयरों को रद्द करने और ओआरडी शेयर जारी करने की प्रक्रिया 2 महीने में पूरी होने की उम्मीद है। वैश्विक स्तर पर मांग सपाट रहने की उम्मीद है वहीं घरेलू मांग में धीरे-धीरे सुधार देखने को मिल रहा है। कमोडिटी की कीमतें एक दायरे में रहने की संभावना है और आने वाले तिमाही अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है। खास बात यह रही है कि जेएलआर ने पहली तिमाही में अब तक की रिकॉर्ड आय दर्ज की है। सीवी गाड़ियों की मांग अच्छी रहने की उम्मीद जताई गई है। इसके पीछे बेहतर मॉनसून और सरकार की ओर से इंफ्रा प्रोजेक्ट में निवेश जारी रहने से मांग में सुधार देखने को मिल सकता है। शुरुआत में मांग में तेजी के बाद पैसेंजर गाड़ियों की रिटेल बिक्री में गिरावट देखी गई है। हालाकि कंपनी को उम्मीद है कि त्योहारों के दौरान मांग में तेजी आ सकती है।
(शेयर मंथन, 3 अगस्त 2024)
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