थोक महँगाई दर का नाकारात्मक बने रहने का सिलसिला जारी है। मार्च में थोक महँगाई दर -0.85% रही है।
फरवरी में थोक महँगाई दर -0.91% रही थी। थोक मँहगाई दर पिछले 17 महीनों से लगातार नकारात्मक बनी हुयी है। वहीं जनवरी थोक महँगाई दर -0.9% से संशोधित हो कर 1.07% हो गयी है। मार्च में खाद्य महँगाई दर में कमी आयी है। फल और सब्जियों में (प्रत्येक में 1%), अरहर और चना (प्रत्येक में 4%), चाय (7%), चना, उड़द, मूंग और मछली ( प्रत्येक में 2%), अरहर और मसूर ( प्रत्येक में 4%) और मसाले (3%) में गिरावट के कारण खाद्य महँगाई दर में 0.2% की कमी आयी है। हालाँकि पोल्ट्री चिकन (9%), बाजरा (4%), समुद्री मछली (3%) और मक्का, ज्वार (प्रत्येक में 1%) के मूल्यों में बढ़ोतरी हुई है। वहीं गैर-खाद्य महँगाई दर में 0.5% की बढ़ोतरी हुई है। कच्चा पेट्रोलियम में (4%), लौह अयस्क (3%), मैग्नेसाइट (2%) और क्रोमाइट (1%) की कीमत में कमी आने के कारण खनिज महँगाई दर में 2.5% की कमी आयी है। ईंधन और ऊर्जा सूचकांक में 1.7% की बढ़ोतरी हुई है और विनिर्मित वस्तुओं की महँगाई दर 0.4% बढ़ गयी है। (शेयर मंथन, 18 अप्रैल 2016)