सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ।
वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों, मुनाफा वसुली और रुपये में आयी कमजोरी के कारण बाजार पर दबाव देखने को मिला। रिजर्व बैंक के नये गवर्नर के रूप में उर्जित पटेल की नियुक्ति का भी बाजार पर कोई असर नहीं दिखा। ऊर्जित पटेल 4 सितंबर से तीन साल के लिए आरबीआई गवर्नर का पद संभालेगें। बीएसई सेंसेक्स (Sensex) 91.46 या 0.33% गिर कर 27,985.54 पर बंद हुआ। सत्र के मध्य यह 28,143.28 तक चढ़ा जबकि नीचे की ओर 27,918.05 तक फिसला। एनएसई का निफ्टी 50 (Nifty 50) 37.75 अंक या 0.44% की कमजोरी के साथ 8,629.15 पर बंद हुआ। इसका दिन का उच्च ऐंड गैस और पावर शेयरों में बिकवाली से आज बाजार पर दबाव बढ़ा। दूसरी ओर एफएमसीजी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक बाजारों की बात करें तो एशियाई बाजार गिरावट के साथ बंद हुए जबकि यूरोपीय बाजार में कमजोरी के साथ कारोबार हो रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपये में 14 पैसे की गिरावट आयी है।
कमजोरी के इस महौल में छोटे- मंझोले शेयरों में भी बिकवाली देखने को मिली। बीएसई मिडकैप 0.42% और बीएसई स्मॉल कैप 0.14% गिर कर बंद हुए। निफ्टी मिड 100 में 0.67% की और निफ्टी स्मॉल 100 0.15% की गिरावट आयी।
सेंसेक्स के दिग्गज शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर में 1.94%, आईटीसी में 1.19%, एचडीएफसी में 0.59%, कोल इंडिया में 0.36%, सिप्ला में 0.34% और एचडीएफ बैंक में 0.33% की मजबूती दिखी। गिरने वाले शेयरों में ल्युपिन में 2.03%, टीसीएस में 2.02%, एनटीपीसी में 1.92%, सन फार्मा में 1.63%, ऐक्सिस बैंक में 1.40% और एसबीआई में 1.37% की गिरावट आयी। निफ्टी के 51 शेयरों में से 36 शेयर लाल निशान पर बंद हुए जबकि 15 शेयरों में बढ़त देखने को मिली। (शेयर मंथन, 22 अगस्त 2016)
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