गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जीतने से आज लगातार तीसरे दिन बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक तेजी के साथ बंद हुए।
भाजपा एक बार फिर से गुजरात में सरकार बनायेगी, जबकि हिमाचल में इसने कांग्रेस का सफाया कर दिया है। हालाँकि कारोबार के अंतिम आधे घंटे में मुनाफावसूली के कारण सूचकांकों में थोड़ी गिरावट आयी। रियल्टी को छोड़ कर आज सभी सेक्टरों के लिए शानदार दिन रहा। हालाँकि आज सुबह जब गुजरात चुनाव के शुरुआती रुझान आये तो उनमें कांग्रेस आगे थी, जिससे बाजार की नकारात्मक शुरुआत हुई। मगर भाजपा के आगे निकलते हुए बाजार भी गर्म होता गया बीएसई सेंसेक्स 33462.97 के पिछले बंद स्तर की तुलना में कमजोरी के साथ 33364.52 पर खुला और अंत में 138.71 अंक या 0.41% की मजबूती के साथ 33,601.68 अंकों पर बंद हुआ। कारोबार के बीच में सेंसेक्स 33,801.90 अंक के ऊपरी स्तर तक चढ़ा, जबकि 33,595.63 के निचले स्तर तक फिसला। वहीं निफ्टी 10,263.10 अंकों के पिछले बंद भाव की तुलना में मजबूती के साथ 10,443.55 पर खुला और अंत में 55.50 अंक या 0.54% की तेजी के साथ 10,388.75 अंकों के स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के बीच में निफ्टी का उच्च स्तर 10,443.55 और निचला स्तर 10,074.80 रहा। बाजार ब्रेड्थ सकारात्मक रही, जिससे वीआईएक्स (VIX) सूचकांक 12.21% की कमजोरी के साथ 13.11 अंक पर बंद हुआ।
दूसरी ओर प्रमुख सूचकांकों के अलावा बाजार के छोटे-मंझोले सूचकांकों में भी बढ़त दर्ज की गयी। बीएसई मिडकैप में 0.76% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.45% की मजबूती दर्ज की गयी। वहीं निफ्टी मिडकैप 100 में 0.84% और निफ्टी स्मॉल में 100 0.21% की बढ़त हुई।
आज के कारोबार में सेंसेक्स के दिग्गज शेयरों में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा में 2.71%, सन फार्मा में 2.06%, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में 1.97%, विप्रो में 1.90%, आईसीआईसीआई बैंक में 1.78% और मारुति सुजुकी में 1.57% की मजबूती आयी। गिरने वाले शेयरों की बात करें तो यस बैंक में 1.23%, कोल इंडिया में 1.11%, इन्फोसिस में 0.79%, आईटीसी में 0.62%, कोटक महिंद्रा बैंक में 0.53% और एचडीएफसी में 0.28% की कमजोरी आयी। निफ्टी के 50 शेयरों में से 35 शेयर बढ़त और 14 शेयर कमजोरी के साथ बंद हुए, जबकि इसका 1 शेयर सपाट रहा। वहीं बीएसई के 31 शेयरों में से 20 शेयर हरे और 11 शेयर लाल निशान में रहे। सेंसेक्स का 1 शेयर बिना बदलाव के बंद हुआ। (शेयर मंथन, 18 दिसंबर 2017)
Add comment