डॉलर के मुकाबले यूरो के 22 महीनों के निचले स्तर तक गिरने के बाद गुरुवार को एशियाई बाजारों में कमजोरी देखने देखने को मिल रही है।
दरअसल जर्मन व्यापार मनोबल में गिरावट आयी है, जिसने यूरो क्षेत्र और अमेरिका में आँकड़ों के बीच अंतर को उजागर कर दिया है। इससे यूरो में गिरावट आयी है और साथ ही वैश्विक आर्थिक मंदी को लेकर डर बढ़ गया है। जर्मनी की राजधानी म्यूनिख में स्थित आईएफओ इंस्टीट्यूट ने कहा है कि मार्च में उसका कारोबारी क्लाइमेट सूचकांक 99.7 अंक से 99.2 अंक पर आ गया।
भारतीय समय के अनुसार 8.37 बजे जापान का निक्केई (Nikkei) 80.99 अंक या 0.36% की मजबूती के साथ 22,280.99 पर है। दूसरी ओर हांग कांग का हैंग-सेंग (Hang Seng) 10.59 अंक या 0.04% की मामूली गिरावट के साथ 29,795.24 पर चल रहा है। वहीं चीन का शंघाई कंपोजिट (Shanghai Composite) 0.39% नीचे है, जबकि सिंगापुर का स्ट्रेट्स टाइम्स (Straits Times) 0.22% की कमजोरी दिखा रहा है।
इसके अलावा दक्षिण कोरिया के कॉस्पी (Kospi) में 0.06% की गिरावट है, जबकि ताइवान का ताइवान वेटेड (Taiwan Weighted) सपाट स्थिति में है। (शेयर मंथन, 25 अप्रैल 2019)
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