बीते साल भारतीय शेयर बाजार के दिग्गज सूचकांकों ने छोटे-मँझोले सूचकांकों को पछाड़ दिया। साल 2019 में सेंसेक्स ने 14.38% की मजबूती दर्ज की।
31 दिसंबर 2019 को यह 41,253.74 पर, जबकि 31 दिसंबर 2018 को 36,068.33 पर बंद हुआ था। बीते साल इस सूचकांक ने 41809.96 का शिखर और 35287.16 की तलहटी बनायी।
बीते साल में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) के दिग्गज सूचकांक निफ्टी ने 12% की बढ़त हासिल की। 31 दिसंबर 2019 को यह 12,168.45 पर, जबकि 31 दिसंबर 2018 को 10,862.55 पर बंद हुआ था। साल 2019 में यह सूचकांक ऊपर की ओर 12,293.90 और नीचे की ओर 10,583.65 तक गया।
लेकिन साल 2019 में भारतीय शेयर बाजार के छोटे-मँझोले सूचकांकों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। साल 2019 में बीएसई मिडकैप सूचकांक (BSE Midcap Index) ने 3.05% की गिरावट दर्ज की। 31 दिसंबर 2019 को यह 14,967.83 पर, जबकि 31 दिसंबर 2018 को 15,438.45 पर बंद हुआ था। बीते साल इस सूचकांक ने 15661.95 का शिखर और 12914.63 की तलहटी बनायी।
बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक (BSE Smallcap Index) का प्रदर्शन बीते साल और भी खराब रहा। इस दौरान इसने 6.85% की कमजोरी दर्ज की। 31 दिसंबर 2019 को यह 13,699.37 पर, जबकि 31 दिसंबर 2018 को 14,706.69 पर बंद हुआ था। साल 2019 में यह सूचकांक ऊपर की ओर 15229.85 और नीचे की ओर 11950.86 तक गया। (शेयर मंथन, 02 जनवरी 2020)
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