देश के शेयर बाजार में लगातार सात दिनों से जारी तेजी पर मंगलवार को एक विराम लग गया। हालाँकि इससे पहले प्रमुख संवेदी सूचकांकों ने फिर एक नया इतिहास रचा।
सेंसेक्स ने पहली बार 62,000 के स्तर को तोड़ा और निफ्टी भी 18,600 के ऊपर तक उछला। मगर, मुनाफावसूली के दबाव में दोनों प्रमुख सूचकांक रिकॉर्ड उँचाई से लुढ़क गये। मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में ज्यादा गिरावट दर्ज की गयी।
सेंसेक्स बीते सत्र से 49.54 अंक फिसल कर 61,716.05 पर बंद हुआ और निफ्टी 58.30 अंक की गिरावट के साथ 18,418.75 पर बंद हुआ। रियल्टी, एफएमसीजी समेत ज्यादातर क्षेत्रों में बिकवाली का भारी दबाव दिखा। इससे पहले बीएसई के 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स मजबूती के साथ 62,156.48 पर खुला और कारोबार के दौरान 62,245.43 की नयी रिकॉर्ड उँचाई तक उछला। इसका दिन का निचला स्तर 61,594.29 रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई के 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी रिकॉर्ड मजबूती के साथ 18,602.35 पर खुला और 18,604.45 तक उछला, जबकि दिन भर के कारोबार के दौरान यह 18,377.70 तक फिसला। बीएसई मिडकैप सूचकांक बीते सत्र से 533.85 अंक या 1.98% की कमजोरी के साथ 26,418.28 पर बंद हुआ, जबकि बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 538.20 अंक या 1.79% की गिरावट के साथ 29,562.60 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के पाँच सबसे ज्यादा तेजी वाले शेयरों में टेक महिंद्रा (4.12%), एलएंडटी (3.26%), बजाज फिनसर्व (1.99%), इन्फोसिस (1.63%) और एचडीएफसी बैंक (1.13%) शामिल रहे। सेंसेक्स के पाँच सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयरों में एचसीएल टेक (6.23%), हिंदुस्तान लीवर (4.06%), टाइटन (3.97%), टाटा स्टील (3.10%) और अल्ट्राटेक सीमेंट (3.01%) शामिल रहे।
बीएसई के 19 में से 15 क्षेत्रों के सूचकांकों में गिरावट रही। रियल्टी, एफएमसीजी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में सबसे ज्यादा गिरावट रही, जबकि आईटी क्षेत्र में लिवाली बनी रही।
- प्रमोद कुमार झा
(शेयर मंथन, 19 अक्टूबर 2021)
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