हाजिर बाजारों से बेहतर रुझानों के कारण हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 5,800-5,900 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
मध्यम वेराइटी में कुछ अच्छी गुणवत्ता के कारण हल्दी के कुछ बैग की कीमतों में 75-100 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है। स्थानीय माँग को पूरा करने के लिए कारोबारियों सभी आवक हुई बैग की खरीदारी कर ली। इरोड टर्मरिक मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में, फिंगर वेराइटी की हल्दी 5,299-6459 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की 4,889-5,689 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बेची गयी। इरोड कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी में फिंगर वेराइटी की हल्दी 5,011-6399 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की 4,899-5,659 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बेची गयी।
जीरा वायदा (अगस्त) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 13,850-14,050 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। वर्तमान परिदृश्य में, वेयरहाउसों में स्टॉक में वृद्धि और थोक खरीदारों की ओर से कमजोर माँग से कीमतों में नरमी का रुझान है। गुजरात की ऊंझा मंडी के इस हफ्ते फिर से खुलने की संभावना है। राजकोट मंडी में कम मात्रा में आवक देखी जा रही है क्योंकि विदेशी माँग सुस्त है और बाजार केवल स्थानीय माँग पर निर्भर है।
धनिया वायदा (अगस्त) की कीमतों को 6,400 रुपये के पास सहारा मिलने की उम्मीद है, जबकि कीमतों की बढ़त पर 6,550 रुपये के स्तर पर रोक लगी रह सकती है। घरेलू स्टॉकिस्टों की ओर से माँग में सुधर और हाजिर बाजारों में आवक में गिरावट के कारण हाजिर कीमतों में तेजी का रुझान हैं। प्रमुख व्यापारिक केंद्रों में आपूर्ति में गिरावट देखी जा रही है क्योंकि अधिकतम आवक का मौसम समाप्त हो गया है।
इलायची वायदा (अगस्त) की कीमतें 1,500-1,550 रुपये के दायरे में मजबूत होने की संभावना है। देश भर में कई बाजारों के बंद रहने से माँग में कमजोरी है और नयी फसल की आवक का भी दबाव है। वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए एक निवारक उपाय के रूप में, नीलामी सप्ताह में केवल दो बार आयोजित की जा रही है। (शेयर मंथन, 07 अगस्त 2020)
Add comment