सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 3,880-3,940 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
बीज के अंकुरण में विफल रहने वाले क्षेत्रों में फिर से बुआई के लिए किये जा रहे सभी प्रयासों के बावजूद, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में फैले छिटपुट वायरस और महाराष्ट्र और राजस्थान में खड़ी फसलों पर कीटों के हमलों के कारण भारत के सोयाबीन उत्पादन पर असर पड़ने की संभावना है। हाल ही में इंदौर स्थित सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन के प्रमुख व्यापार मंडल द्वारा किये गये एक सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश के निमाड़ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में छिटपुट पीले मोजेक वायरस पाये गये हैं। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड सोयाबीन वायदा की कीमतों में लगातार तीसरी बार गिरावट हुई, जबकि बम्पर उत्पादन की उम्मीद ने मजबूत निर्यात माँग से मिलने वाले समर्थन को प्रभावित किया। कल सीबोट में शुरुआती कारोबार में सोयाबीन वायदा में बढ़त दर्ज की गयी लेकिन नवंबर-वायदा की कीमतों में गिरावट हुई और कीमतें अपने 50-दिनों के मूविंग औसत से ऊपर कारोबार करने में विफल रही।
सरसों वायदा की कीमतों में तेजी का रुझान है और घरेलू खपत में अचानक वृद्धि के बीच कम आपूर्ति और सरसों के तेल की माँग बढ़ने के कारण हर हफ्ते तीन साल के एक नये उच्च स्तर पर पहुँच रही है। किसानों के पास कोई स्टॉक नहीं बचा है और नयी सीजन की फसल की आवक में अभी 6-8 महीने की देरी है, इसलिए आने वाले दिनों में सरसों की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है। इसलिए कीमतों की प्रत्येक गिरावट के बाद 5,250-5,350 रुपये के लक्ष्य को देखते हुये, इस तिलहन की खरीदारी की जा सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार से सकारात्मक रुझान पर खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी का रुझान जारी रहने की संभावना है।
सोया तेल (अगस्त) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 875-885 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है, और सीपीओ (अगस्त) की कीमतों के 745-760 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। जुलाई में भंडार और उत्पादन कम होने के अनुमान कारण बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स पर कल सीपीओ की कीमतों में कल लगभग 2% की बढ़त देखी गयी है। (शेयर मंथन, 07 अगस्त 2020)
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