सोयाबीन वायदा की कीमतों के 4,520-4,600 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
दक्षिण अमेरिका में शुष्क मौसम को लेकर चिंता और अर्जेंटीना में निर्यात व्यवधान के कारण कीमतों के छह साल से अधिक के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद अमेरिकी सोयाबीन की कीमतों में कल गिरावट हुई। अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले दो साल के निचले स्तर से डॉलर में उछाल के कारण कीमतें स्थिर हो गयी। 2020-21 में अमेरिकी सोयाबीन की कुल साप्ताहिक निर्यात बिक्री 37,000 मीटिंक टन रही है जो अपने पिछले सप्ताह से 95 प्रतिशत कम थी और पिछले चार सप्ताह के औसत से 94 प्रतिशत कम रही।
सोया वायदा (जनवरी) की कीमतें 1,170-1,190 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है, जबकि सीपीओ वायदा (जनवरी) की कीमतें 970-995 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है। इंडोनेशियाई पॉम तेल के भंडार में अनुमान से अधिक वृद्धि और इसके बायोडीजल कार्यक्रम की देरी पर चिंता के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में कल 10 साल के उच्च स्तर से गिरावट हुई है। बीएमडी में मार्च डिलीवरी के लिए बेंचमार्क पॉम तेल की कीमतें 60 रिंगिट या 1.55% की गिरावट के साथ 3,817 रिंगिट प्रति टन हो गयी। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर कीमतें 1.4% गिर गयी। डालियान एक्सचेंज में सबसे सक्रिय सोया तेल की कीमतों में 1.3% बढ़ोंतरी हुई जबकि इसके पॉम तेल की कीमतों में 2% की वृद्धि हुई।
आरएम सीड वायदा (जनवरी) की कीमतें 6,300-6,400 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। ऐसी खबर है कि उत्तर भारत में शीत लहर के कारण राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में सरसों की फसल को नुकसान पहुँचा है। तिलहनी फसल राजस्थान के कोटा, अलवर, भरतपुर और सीकर जिलों और मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में प्रभावित हुई है। सरसों की शुरुआती फसल में भारी नुकसान की सूचना है जबकि क्षतिग्रस्त फसल में सरसों के दाने विकसित हो रही हैं। इसके अतिरिक्त, मिलें और प्रोसेसर अपनी जरूरत के लिए नियमित रूप से तिलहन खरीद रहे हैं जबकि सरसों का स्टॉक घट रहा है। (शेयर मंथन, 08 जनवरी 2021)
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