अंतरराष्ट्रीय बाजार से मंदी के संकेतों और माँग में कमी के कारण सोयाबीन वायदा (अप्रैल) में उच्च स्तर से मुनाफा वसूली की संभावना देखी जा सकती है और कीमतें 5,400 रुपये के स्तर से नीचे टूटकर 5,350 रुपये की ओर बढ़ सकती है।
नेशनल ऑयलसीड प्रोसेसर्स एसोसिएशन या एनओपीए के अनुसार फरवरी में सोयाबीन की पेराई 155.158 मिलियन बुशल पर रहा, जो साल दर साल 6% कम रहा और विश्लेषकों के अनुमान औसतन 168.61 मिलियन बुशल से भी कम रहा।
सोया तेल वायदा (अप्रैल) में भी मुनाफा वसूली की संभावना है और कीमतों के भी 1,245-1,240 रुपये के स्तर पर पहुँचने की उम्मीद है। सीपीओ वायदा (मार्च) की कीमतों में भी नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतें 1,105-1,110 रुपये के स्तर पर पहुच सकती है। मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में गिरावट हुई और प्रतिद्वंद्वी सोयातेल की कीमतों में गिरावट और उत्पादन में बढ़ोतरी की उम्मीद कीमतें एक हफ्ते के निचले स्तर पर पहुँच गयी। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज में जून डिलीवरी के लिए बेंचमार्क पाम तेल कॉन्टैंक्ट 13 रिंगिट, या 0.33% की गिरावट के साथ 3,882 रिंगिट प्रति टन पर बंद हुआ। पॉम ऑयल की कीमतों में पिछले सत्र में 13 साल के उच्च स्तर से गिरावट के साथ जून 2002 के बाद से अपनी सबसे लंबी बढ़त समाप्त हो गयी। दक्षिणी प्रायद्वीप पॉम ऑयल मिलर्स एसोसिएशन ने 1-15 मार्च के दौरान उत्पादन का अनुमान लगाया था, जो पिछले महीने से 62% कम है। 1-15 मार्च के दौरान मलेशियाई पॉम तेल उत्पादों का निर्यात फरवरी में इसी अवधि से 1% घटकर 5,49,273 टन रह गया। डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल 1.5% गिर गया और इसके पॉम तेल की कीमतों में 1.9% की गिरावट हुई।
हाजिर बाजारों में नरमी के रुझान के कारण सरसों वायदा (अप्रैल) की कीमतें 5,750-5,730 तक नीचे जा सकती है। जयपुर के हाजिर बाजार में सरसों तेल की कीमतों में गिरावट हुई है और कीमतें 5,845-5,850 रुपये के दायरे में कारोबार कर रही है। (शेयर मंथन, 18 मार्च 2021)
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