सर्राफा पर बिकवाली का दबाव रहने की संभावना है। सोने की कीमतों में 51,200 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 50,400 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 62,860 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 61,700 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है।
अमेरिकी राजकोषीय स्टीमुलस पैकेज पर बातचीत में प्रगति के कोई संकेत नहीं मिलने से डॉलर के मजबूत होने के कारण आज सोने की कीमतों में गिरावट हुई है। सोने की हाजिर कीमतें 0.1% गिरकर 1,899.41 डॉलर प्रति औसतन के पास कारोबार कर रही हैं जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.2% की गिरावट के साथ 1,900 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। प्रमुख करेंसियों के मुकाबले डॉलर सूचकांक में 0.1% की बढ़ोतरी होने से अन्य मुद्राओं के लिए सोना महँगा हो गया। अमेरिकी हाउस की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने रविवार को कहा कि ट्रंप प्रशासन सप्ताहांत पर कोविड-19 राहत की नवीनतम योजना की समीक्षा कर रहा था और उन्हे अभी भी उम्मीद है कि सोमवार को एक बेहतर सहमति हो सकती है।
भारत में सोने का प्रीमियम पिछले सप्ताह लगभग तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया, क्योंकि ज्वैलरों ने स्टोर पर स्टॉक जमा करना जारी रखा है क्योंकि उन्हे उम्मीद है कि आगामर त्योहारी सीजन में ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। अमेरिकी कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमिशन ने शुक्रवार को कहा है कि सट्टेबाजों ने 20 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में कोमेक्स में सोना वायदा में अपनी पोजिशन को 15,488 कॉन्टैक्ट्स बढ़ाकर 1,35,311 कर दिया है। दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज एक्सचेंज ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग शुक्रवार को 0.14% गिरकर 1,263.80 टन हो गयी है। चांदी की कीमतें 0.5% गिरकर 24.45 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। (शेयर मंथन, 26 अक्टूबर 2020)
Add comment