सोमवार को कच्चा तेल करीब 3% गिर कर 6 साल के निचले स्तर पर पहुँच गया है। सोमवार को शुरुआती कारोबार में कच्चा तेल 43.57 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गया। यह कच्चे तेल का मार्च 2009 के बाद का सबसे निचला स्तर है।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के पीछे मुख्य वजह मांग से अधिक सप्लाई, अमेरिकी भंडारों का अपनी सीमा तक पहुँचना और डॉलर में मजबूती को बताया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा आयोग ने संकेत दिये हैं कि तेल की आपूर्ति इसी तरह जारी रही तो अमेरिका में जल्द ही अतिरिक्त तेल के लिए भंडारण क्षमता खत्म हो सकती है।
(शेयर मंथन, 16 मार्च 2015)