हल्दी की मांग में सुधार को देखते हुए हल्दी की मौजूदा कीमत के और ज्यादा टूटने की संभावना कम ही है। हालाँकि आवक के बढ़ते जोर और घरेलू माँग घटने के कारण हल्दी की कीमतों में कोई विशेष तेजी भी देखने को नहीं मिलेगी। चूंकि हल्दी की रोपाई जारी है, इसलिए निकट भविष्य में कीमतों के निर्धारण में उत्पादक क्षेत्रों में होने वाली वर्षा के आँकड़ों का महत्व बना रहेगा। हल्दी के लिए रेलिगेयर की राय है कि मानसून की स्थिति को और अच्छी किस्म की हल्दी की मांग को देखते हुए हल्दी की कीमतों को थोड़ा समर्थन मिल सकता है।
एनसीडीईएक्स में सितंबर वायदा के लिए इसका बंद भाव 7408 रुपये था। रेलिगेयर के मुताबिक आज इसे 7292 और फिर 7188 पर सहारा मिलने की उम्मीद रहेगी। आज इसके लिए 7528 रुपये और 7588 रुपये पर बाधा है। (शेयर मंथन, 5 अगस्त 2015)