कच्चे तेल की कीमतों के एक दायरे में रहने की संभावना है।
अगले हफ्ते में ओपेक की वियना में होने वाली बैठक तेल उत्पादन में कटौती की संभावना के कारण आज नाइमेक्स में तेल की कीमतो में बढ़त देखी जा रही है। कच्चे तेल की कीमतों को 3,580 रुपये पर सहारा और 3,750 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकती है। डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल की कीमतें 44 सेंट की बढ़त के साथ 52 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रही हैं। तेल उत्पादन और बाजार को लेकर सभी अहम फैसले अमेरिका, रूस और सऊदी अरब द्वारा लिये जा रहे हैं, जिसके कारण ओपेक अब हाशिये पर चला गया है।
इस वर्ष तेल की कीमतों में हुई तेज गिरावट और बढ़ोतरी का मुख्य कारण इन तीन देशों के द्वारा उत्पादन को लेकर फैसले रहे हैं। ये तीनों देश लगभग 36 मिलियन बैरल प्रति दिन तेल का उत्पादन करते है, जबकि सऊदी अरब को छोड़ कर शेष ओपेक देश 27 मिलियन बैरल प्रति दिन तेल का उत्पादन करते हैं।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 290-310 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अगले महीने में मौसम के सामान्य रहने के अनुमान के कारण कीमतों पर दबाव रह सकता है। (शेयर मंथन, 28 नवंबर 2018)