कच्चे तेल में मुनाफा वसूली होने की संभावना है।
पिछले कारोबार में 3% की बढ़त के बाद आज कीमतों में गिरावट हुई है।
लेकिन चीन-अमेरिका के बीच व्यापार विवाद के समाप्त होने की उम्मीद के बीच तेल की आपूर्ति कम होने के संकेत के कारण रुझान तेजी का है।
कच्चे तेल की कीमतों को 4,000 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है और कीमतें 3,900 रुपये तक लुढ़क सकती हैं। पिछले हफ्ते अमेरिकी कंपनियों ने तेल रिगों में कमी की है और रिगों की संख्या आठ महीने में सबसे कम हुई है। अमेरिका द्वारा वेनजुएला की सरकारी तेल कंपनी पर प्रतिबंध लगाये जाने के बाद तेल निर्यात बाधित होने से तेल की कीमतों को मदद मिली। इस बीच जनवरी में रूस का तेल उत्पादन अक्टूबर की तुलना में लगभग 35,000 बैरल प्रति दिन कम होकर 11.38 मिलियन बैरल प्रति दिन रह गया है।
नेचुरल गैस की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 196-202 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 04 फरवरी 2019)
कच्चे तेल की कीमतों को 4,000 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है और कीमतें 3,900 रुपये तक लुढ़क सकती हैं। पिछले हफ्ते अमेरिकी कंपनियों ने तेल रिगों में कमी की है और रिगों की संख्या आठ महीने में सबसे कम हुई है। अमेरिका द्वारा वेनजुएला की सरकारी तेल कंपनी पर प्रतिबंध लगाये जाने के बाद तेल निर्यात बाधित होने से तेल की कीमतों को मदद मिली। इस बीच जनवरी में रूस का तेल उत्पादन अक्टूबर की तुलना में लगभग 35,000 बैरल प्रति दिन कम होकर 11.38 मिलियन बैरल प्रति दिन रह गया है।
नेचुरल गैस की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 196-202 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 04 फरवरी 2019)