कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,040 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 2,820 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
मेक्सिको की खाड़ी की ओर बढ़ते नये उष्णकटिबंधीय तूफान के कमजोर होने के बाद कल की भारी गिरावट की भरपायी करते हुये तेल की कीमतें आज बढ़त के साथ कारोबार कर रही हैं लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण वैश्विक स्तर पर तेल की माँग को लेकर चिंतायें बरकरार है। विश्व स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के बाद आर्थिक रिकवरी को लेकर चिंता के कारण माँग कम होने और डॉलर के मजबूत होने से दोनों बेंचमार्क कीमतों में लगभग 4% की गिरावट हुई है। लीबिया में तेल उत्पादन पिफर से ऐसे समय में शुरू हुआ है कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण फिर से प्रतिबंध की संभावनायें बढ़ गयी है। यूनाइटेड किंगडम जैसी जगहों पर माँग को लेकर बाजार में निराशा हैं, जहाँ नये प्रतिबंध लगाये जा रहे हैं। ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को एक दूसरे राष्ट्रीय लॉकडाउन पर विचार किया, जबकि स्पेन और फांस में भी मामले चढ़ गये हैं। अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारी आने वाली सर्दियों में कोविड-19 की नयी लहर की चेतावनी भी दे रहे है।
नेचुरल गैस की कीमतों में उछाल दर्ज की जा सकती है और कीमतों में 128 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 140 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 22 सितंबर 2020)