बेस मेटल की कीमतों में नरमी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 724 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 715 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
जून महीने में अमेरिकी मैनुफैक्चरिंग मार्किट पीएमआई के 62.6 दर्ज किये जाने के कारण कल रात शंघाई बेस मेटल की कीमतों में बढ़त हुई है जबकि एलएमई में भी तेजी दर्ज की गयी है। पॉवेल द्वारा मुद्रास्फीति की चिंताओं को कम करने के बीच कल रात अमेरिकी डॉलर सूचकांक में गिरावट आने से भी तांबा वायदा की कीमतों में तेजी दर्ज की गयी। लेकिन कीमतें दबाव में आ सकती हैं क्योंकि चीन वस्तुओं और सेवाओं के लिए मूल्य सूचकांक के प्रबंधन पर नये नियम जारी करेगा क्योंकि सरकार देश के कमोडिटी बाजारों की जाँच कर रही है और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।
जिंक की कीमतों के नरमी के रूझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 238 रुपये के स्तर पर रेजिस्टेंस के साथ 234 के स्तर पर पहुंच सकती हैं। चीन में जिंक की ऽपत 2021 की तिसरी-तिमाही में उच्चतम स्तर पर पहुँच जायेगी, इसलिए भंडार से जिंक बाजार में जारी करने से बाजार पर असर पड़ सकता है। लेड की कीमतें 171 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 168 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। चीन में रिफाइंड लेड का आयात साल-दर-साल 98.7% घटकर मई में 21 टन रह गया। पिछले हफ्ते एसएचएफई में लेड के भंडार में थोड़ी गिरावट हुई है लेकिन 2013 के बाद से अभी भी अपने उच्चतम स्तर पर है। निकल में भी बिकवाली हो सकती है और कीमतें 1,305 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,335 रुपया के स्तर पर पहुँच सकती है।
एल्युमीनियम की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 190 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 187 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। (शेयर मंथन, 24 जून 2021)