कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना हैं लेकिन उच्च स्तर पर बिकवाली से इंकार नहीं किया जा सकता है। कीमतों को 5,470 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 5,390 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी कच्चे तेल और ईंधन भंडार में गिरावट और वैश्विक माँग में सुधार के कारण तेल की कीमतें 73 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बरकरार है। तेल की माँग की रिकवरी में तेजी आयी है क्योंकि दुनिया भर में टीकाकरण शुरू हो गया है, ईंधन की खपत को बढ़ावा मिलने से तेल भंडार में कमी हो रही है। ओपेक प्लस गठबंधन अगस्त के लिए अपनी उत्पादन नीति पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह के अंत में मिलने वाला है और कुछ देश उत्पादन में वृद्धि का समर्थन करने पर विचार कर रहे हैं। एनर्जी इंफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में पिछले सप्ताह 7.6 मिलियन बैरल की गिरावट हुई है और गैसोलीन की आपूर्ति भी 2.9 मिलियन बैरल घट गयी। ओपेक और उसके सहयोगियों ने महामारी के दौरान बंद आपूर्ति को बहाल करने की दिशा में अनुशासन बनाये रखा है। माँग में जोरदार वापसी अब समूह के सदस्यों के धैर्य की परीक्षा ले रही है, जो 1 जुलाई को एक और बढ़ोतरी का आकलन करने के लिए बैठक करेंगे।
नेचुरल गैस की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 245 रुपये के स्तर पर सहारा और 250 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 24 जून 2021)