कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना हैं और कीमतों को 5,470 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,390 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
औद्योगिक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल की आपूर्ति में गिरावट के बाद तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। उद्योगों द्वारा वित्त पोषित अमेरिकी पेट्रोलियम संस्थान के अनुसार अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में पिछले सप्ताह 7.2 मिलियन बैरल की गिरावट हुई है। कोविड -19 टीकाकरण अभियानों में वैश्विक प्रगति के बाद अमेरिका, चीन और यूरोप में खपत में बढ़ोतरी होने से कच्चे तेल की कीमतों को बढ़ावा मिला है। बोफा ग्लोबल रिसर्च ने इस वर्ष और अगले वर्ष के लिए ब्रेंट क्रूड की कीमतों के पूर्वानुमान को यह कहते हुये बढ़ा दिया कि तेल की कम आपूर्ति और माँग में सुधार के कारण 2022 में तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ सकती है। ओपेक और उसके सहयोगियों ने महामारी के दौरान बंद आपूर्ति को बहाल करने की दिशा में अनुशासन बनाए रखा है। माँग में जोरदार वापसी अब समूह के सदस्यों के धैर्य की परीक्षा ले रही है, जो 1 जुलाई को एक और बढ़ोतरी का आकलन करने के लिए बैठक करेंगे।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 242 रुपये के स्तर पर सहारा और 247 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 23 जून 2021)