आर्थिक सुधारों की दिशा में सरकार के फैसलों से आज भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर पहुँचा, लेकिन ज्यादा देर तक इस स्तर पर टिक नहीं सका और नीचे फिसल गया।
सेंसेक्स 146 अंक यानी 0.74% की मजबूती के साथ 19,964 पर बंद हुआ। निफ्टी 37 अंक यानी 0.62% की बढ़त के साथ 6039 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.30% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.25% की बढ़त रही, जबकि बीएसई स्मॉलकैप में 0.03% की हल्की कमजोरी रही। आज के कारोबार में तेल-गैस और रियल्टी क्षेत्र में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत हल्की बढ़त के साथ हुई, लेकिन कारोबार के पहले घंटे में ही बाजार जल्द ही लाल निशान पर चला गया। इस दौरान निफ्टी भी 6000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया। हालाँकि जल्द ही बाजार वापस हरे निशान पर लौटा और निफ्टी भी 6000 के स्तर को दोबारा पार करने में कामयाब रहा। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की मजबूती भी बढ़ती चली गयी। यूरोपीय बाजारों से साफ संकेत न मिलने से बाजार को कोई खास फायदा नहीं पहुँचा। सरकार द्वारा तेल कंपनियों को डीजल में मूल्यवृद्धि का अधिकार दिये जाने और सस्ते एलपीजी सिलेंडरों में वृद्धि के फैसले की खबर के वजह से बाजार को बल मिला। सरकार ने वर्ष में सस्ते एलपीजी गैस सिलेंडरों की सँख्या छह से बढ़ा कर नौ करने का फैसला किया है। कारोबार के आखिरी घंटो में बाजार में तेजी बढ़ी। सेंसेक्स 20,000 के स्तर को पार करने में कामयाब रहा। इस दौरान सेंसेक्स 20,006 और निफ्टी 6053 के ऊपरी स्तरों तक पहुँच गये। लेकिन जल्द ही सेंसेक्स 20,000 के स्तर से नीचे फिसल गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में अपने ऊपरी स्तरों के आसपास ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज तेल-गैस क्षेत्र को सबसे ज्यादा 3.11% का फायदा पहुँचा। रियल्टी में 2.05%, टीईसीके में 1.60%, पीएसयू में 1.41% और आईटी में 1.36% की मजबूती रही। ऑटो में 0.41%, धातु में 0.31%, पावर में 0.21% और बैंकिंग में 0.11% की बढ़त रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.07% और एफएमसीजी में 0.05% की हल्की बढ़त रही। दूसरी ओर, कैपिटल गुड्स में 0.62% और हेल्थकेयर में 0.15% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 17 जनवरी 2013)
Add comment