मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services Ltd) में रीटेल रिसर्च के प्रमुख सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक सोमवार (06 मई) को काफी उतार-चढ़ाव के बीच तेजी के साथ खुलने के बाद निफ्टी ने धीरे-धीरे नीचे की चाल पकड़ ली। सूचकांक 33 अंकों के मामूली नुकसान के बाद 22443 के स्तर पर बंद हुआ।
क्षेत्रवार मिलाजुला कारोबार देखने को मिला, रियल्टी, आईटी और एफएमसीजी में खरीदारी आयी। पीएसयू, विशेषकर बैंकिंग और एनबीएफसी में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के सख्त नियमों के प्रस्ताव के बाद दबाव देखने को मिला। घरेलू शेयर बाजार आज तेजी के साथ खुले थे, लेकिन बढ़ती अस्थिरता और एफआईआई की लगातार बिकवाली के बीच जल्द ही सारी बढ़त गँवा कर नीचे आ गये। पिछले महीने विदेशी निवेशकों ने अनिश्चित वैश्विक मैक्रो कारणों के बीच 39000 करोड़ रुपये के आसपास के स्टॉक की बिकवाली की।
इसके अलावा भारत के अस्थिरता सूचकांक विक्स में 70% तक की तेजी आयी है और ये पिछले आठ कारोबारी सत्र में 10 से 52 हफ्तों के उच्च स्तर 17 के स्तर के आसपास पहुँच गया है, जो वैश्विक अनिश्चितता और अगले महीने आने वाले लोक सभा चुनावों के नतीजों के बीच निवेशकों में घबराहट बढ़ने का संकेत दे रहा है। लिहाजा बाजार बड़े दायरे में रह सकते हैं और निकट समय में स्टॉक आधारित गतिविधि देखने को मिल सकती है।
(शेयर मंथन, 06 मई 2024)
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