भारतीय शेयर बाजार में लगातार चार कारोबारी दिनों से चली आ रही तेजी आज थम गयी।
कारोबार के अंत में बाजार के प्रमुख सूचकांक उतार-चढ़ाव के बाद हल्की गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 35 अंक यानी 0.18% की कमजोरी के साथ 19,305 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 9 अंक यानी 0.15% की गिरावट के साथ 5871 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.09% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.21% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.86% की बढ़त रही। आज के कारोबार में बैंकिंग और एफएमसीजी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा। दूसरी ओर, रियल्टी और धातु में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत सपाट हुई। शुरुआती कारोबार में बाजार में उतार-चढ़ाव शुरू हो गया। हालाँकि कारोबार के पहले घंटे में सेंसेक्स 19416 और निफ्टी 5899 तक चढ़ गये। लेकिन बाजार में यह तेजी ज्यादा देर तक कायम न रही और बाजार बढ़त गँवा कर लाल निशान पर चला गया। दोपहर के कारोबार में बाजार एक बार सँभल कर हरे निशान पर चला गया। लेकिन खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेश के मुद्दे पर बसपा की प्रमुख मायावती ने कहा कि संसद में इसे समर्थन देने या न देने का फैसला, मतदान के वक्त ही किया जायेगा। इस बयान के बाद से बाजार में फिर बिकवाली हावी हो गयी। इस दौरान सेंसेक्स 19257 और निफ्टी 5855 तक नीचे फिसल गये। यूरोपीय शेयर बाजारों के मजबूत खुलने से भी बाजार को सहारा नहीं मिला। हालाँकि कारोबार के अंतिम घंटे में बाजार की गिरावट में कमी आयी। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी हल्की गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज बैंकिंग को सबसे ज्यादा 0.40% का घाटा सहना पड़ा। एफएमसीजी में 0.34% और टीईसीके में 0.14% की गिरावट रही। दूसरी ओर, रियल्टी को 1.35% का फायदा हुआ। धातु में 0.80%, पावर में 0.65%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.55%, तेल-गैस में 0.47%, कैपिटल गुड्स में 0.36%, हेल्थकेयर में 0.19%, ऑटो में 0.19% और पीएसयू में 0.18% की मजबूती रही। आईटी 0.04% हल्की बढ़त के साथ सपाट रहा। (शेयर मंथन, 03 दिसंबर 2012)
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