टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया के बोर्ड की मंगलवार को बैठक हुई। बोर्ड बैठक में फंड जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है। बोर्ड से 20,000 करोड़ रुपये तक के फंड जुटाने को मंजूरी मिली है।
बोर्ड ने फंड जुटाने के लिए यह मंजूरी इक्विटी और इक्विटी से जुड़े साधन के जरिए दी है। बोर्ड के फैसले की जानकारी एक्सचेंज को देते हुए कंपनी ने कहा है कि वह अपने लेंडर्स यानी कर्जदाताओं के साथ सक्रिय तौर पर संपर्क में है। लेंडर्स से डेट फंडिंग के मामले पर बातचीत जारी है। कंपनी का लक्ष्य इक्विटी और डेट के जरिए 45,000 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने का लक्ष्य है। फिलहाल वोडाफोन आइडिया पर बैंकों का कर्ज 4500 करोड़ रुपये से कम है।
कंपनी फंड जुटाने के लिए इक्विटी के अलावा सिक्योरिटीज का भी सहारा ले सकती है। इसमें पब्लिक ऑफर, प्राइवेट प्लेसमेंट जिसमें प्रेफरेंशियल इश्यू क्यूआईपी (QIP) और दूसरे माध्यमों से एक या कई चरणों में फंड जुटाएगी। कंपनी फंड जुटाने के लिए कन्वर्टिबल वॉरंट्स, एडीआर (ADR), जीडीआर (GDR) और NCDs का इस्तेमाल कर सकती है। प्रोमोटर्स भी फंड जुटाने की प्रक्रिया में भाग लेंगे। कंपनी इस फंड का इस्तेमाल 4G, 5G कवरेज बढ़ाने के लिए करेगी। साथ ही क्षमता विस्तार पर भी रकम का इस्तेमाल करेगी। आपको बता दें कि हाल ही में आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने बयान दिया था कि वे वोडाफोन आइडिया के लिए नए निवेशक तलाश कर रहे हैं। हाल ही में तीसरी तिमाही के जारी नतीजे में कंपनी ने 6985.9 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था। वहीं आय में 0.49% की बढ़ोतरी हुई थी और यह 10,673 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी का शेयर 5.93% गिर कर 15.85 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन, 27 फरवरी, 2024)
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